कोलकाता, 8 जुलाई । केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कोलकाता के दो शीर्ष पुलिस अधिकारियों, कमिश्नर विनीत गोयल और डिप्टी कमिश्नर (सेंट्रल) इंदिरा मुखर्जी के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। यह कार्रवाई पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस द्वारा प्रस्तुत एक रिपोर्ट के आधार पर की जा रही है। रिपोर्ट में इन अधिकारियों पर राज्यपाल के पद की गरिमा को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया गया है। राज्यपाल बोस ने अपनी रिपोर्ट में आरोप लगाया था कि विनीत गोयल और इंदिरा मुखर्जी ने राज्यपाल के खिलाफ अफवाहें फैलाईं और उन्हें बढ़ावा दिया। रिपोर्ट में कहा गया है कि “जो काम उन्होंने किया, वह एक सरकारी कर्मचारी से अपेक्षित नहीं है।”

दोनों अधिकारियों ने जताई अनभिज्ञता

विनीत गोयल और इंदिरा मुखर्जी दोनों ने इसपर कहा कि उन्हें इस कार्रवाई की कोई जानकारी नहीं है। विनीत गोयल ने कहा, “मुझे इस बारे में कुछ नहीं पता। यदि कुछ आया होगा तो वह राज्य सरकार के पास आया होगा।” इंदिरा मुखर्जी ने भी यही बात कही।

क्या है मामला?
राज्यपाल बोस ने यह रिपोर्ट जून के अंतिम सप्ताह में केंद्रीय गृह मंत्री को सौंपी थी और चार जुलाई को इसकी एक प्रति राज्य सरकार को भेजी थी। रिपोर्ट में राज्यपाल ने आरोप लगाया कि चुनाव पश्चात हिंसा के मामले में राज्यपाल से मिलने आए पीड़ितों को इन अधिकारियों ने मिलने नहीं दिया। इसके अलावा, उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अप्रैल-मई 2024 में राजभवन की एक अस्थायी महिला कर्मचारी की मनगढ़ंत शिकायत को भी इन अधिकारियों ने बढ़ावा दिया था।
राज्यपाल बोस ने अपनी रिपोर्ट में यह भी लिखा कि इन घटनाओं ने राज्यपाल के पद की गरिमा को ठेस पहुंचाई है, जिसके चलते उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्रालय से इन अधिकारियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की थी।