कोलकाता, 19 जून । पश्चिम मेदिनीपुर जिले के डेबरा में भाजपा कार्यकर्ता संजय बेरा (42) की हत्या की जांच सीबीआई से कराने की मांग को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई हे।
परिवार के सदस्यों ने बुधवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय की एकल न्यायाधीश पीठ से उनकी मौत की सीबीआई जांच की मांग की। परिवार ने आरोप लगाया है कि संजय बेरा की मौत पुलिस हिरासत के दौरान दी गई यातनाओं की वजह से हुई।
पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी द्वारा मामले की जांच सीबीआई से कराए जाने की मांग किए जाने के कुछ ही घंटों बाद परिवार के सदस्यों ने न्यायमूर्ति अमृता सिन्हा की एकल न्यायाधीश पीठ से संपर्क किया। अधिकारी ने दावा किया, “पुलिस ने राजनीतिक तकरार के बाद चार जून को बेरा को गिरफ्तार किया था। उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। बाद में उन्हें मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। उन्हें 11 जून को न्यायिक हिरासत में वापस भेज दिया गया था। उन्हें फिर से अस्पताल भेजा गया और मंगलवार को उनकी मौत हो गई। पुलिस एक बेबुनियाद बहाना बना रही है कि गिरने से उनके सिर में चोट लग गई थी।”
न्यायमूर्ति सिन्हा ने याचिका स्वीकार कर ली है और मामले की सुनवाई जल्द होने की संभावना है। बुधवार को बेरा के परिवार के सदस्यों ने दावा किया कि जब चार जून को उन्हें गिरफ्तार किया गया था, तब उनके शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं थे। अगले दिन जब उन्हें अदालत में पेश किया गया तो उनके सिर पर चोट के निशान थे। सीबीआई जांच की मांग के अलावा, मारे गए भाजपा कार्यकर्ता के परिवार के सदस्यों ने दावा किया कि उनके शव का पोस्टमार्टम किसी ऐसे अस्पताल में कराया जाना चाहिए जिसका अधिकार केंद्र सरकार के पास हो।