शिमला, 12 अक्टूबर। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला से 30 किलामीटर दूर जुन्गा में शिमला फ्लाइंग फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। यह फेस्टिवल चार दिन तक चलेगा, जिसमें देश-विदेश के कई पैराग्लाइडर हिस्सा ले रहे हैं। आयोजन में भूटान, नेपाल, म्यांमार और भारत के पैराग्लाइडर हिस्सा ले रहे हैं।
फेस्टिवल के लिए 60 से अधिक पायलटों ने पंजीकरण करवाया है। इनमें नेपाल के पैराग्लाइडर भी शामिल हैं। स्थानीय निवासी पंकज सेन, दीपक कुमार ने बताया कि जुन्गा एक रियासत की राजधानी रही है, लेकिन आज तक किसी भी सरकार ने इस ऐतिहासिक स्थल को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के प्रयास नहीं किए। जुन्गा में पहली बार हो रहे फ्लाइंग फेस्टिवल से जुन्गा को पर्यटन की दृष्टि से बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।/
इस कार्यक्रम की शुरुआत प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने की। शिमला में पहली बार इस तरह के फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है।
शिमला फ्लाइंग फेस्टिवल में जीत हासिल करने वाले प्रतिभागी को दो लाख रुपए का इनाम मिलेगा। दूसरे स्थान पर रहने वाले प्रतिभागी को डेढ़ लाख और तीसरे नंबर पर प्रतिभागी को एक लाख का इनाम दिया जाएगा। शिमला फ्लाइंग फेस्टिवल के अलावा यहां हिमाचली धाम का भी विशेष आयोजन किया गया है। इससे हिमाचल प्रदेश की परंपरा और खान-पान को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। हिमाचल प्रदेश में बीते दिनों भारी बारिश की वजह से पटरी से उतरे पर्यटन कारोबार को भी वापस पटरी में लाने के लिए यह फ्लाइंग फेस्टिवल अहम भूमिका निभाएगा।
वहीं, हिमाचल पर्यटन विकास निगम के निदेशक अमित कश्यप ने कहा कि शिमला फ्लाइंग फेस्टिवल से प्रदेश में प्रभावित हुए पर्यटन कारोबार को गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम प्रदेश में पर्यटन पर बढ़ावा देने के लिए कारगर होते हैं। उन्होंने कहा कि जुलाई और अगस्त में हुई बारिश की वजह से पर्यटन कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ है। प्रदेश में अब पर्यटन कारोबार दोबारा पटरी पर लौट रहा है।
शिमला फ्लाइंग फेस्टिवल में हिस्सा लेने वाले प्रतिभागियों ने आयोजित प्रतियोगिता को अलग करार दिया। उन्होंने कहा कि खूबसूरत वादियों के बीच पैराग्लाइडिंग करना अनूठा अनुभव है। इस तरह के आयोजन से हिमाचल प्रदेश में पर्यटन कारोबार को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही इलाके के लोगों के लिए भी स्वरोजगार के अवसर पैदा होंगे।