नई दिल्ली, 11 मई। अलगाववाद से मुंह मोड़कर मुख्यधारा की राजनीति में सक्रिय हुए पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के चेयरमैन सज्जाद गनी लोन इस बारामूला लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में है। उनका मुकाबला नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) से पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और पीडीपी के फयाज मीर से हैं। अनुच्छेद 370 के बाद घाटी में यह पहला लोकसभा चुनाव हो रहा है। सज्जाद लोन जीत का दावा कर रहे हैं। कश्मीर की अवाम को विकास के रास्ते पर लाने के साथ वह चुनावी मैदान में हैं। चुनावी रैलियों के बीच हमारी सहयोगी न्यूज एजेंसी ने सज्जाद गनी लोन से खासबात बातचीत की है।

प्रश्न- इस बार घाटी में अमन और शांति के बीच चुनाव हो रहे हैं। पीपुल्स कॉन्फ्रेंस किन मुद्दों को लेकर चुनावी मैदान में है?

  • उत्तर- कश्मीर का विकास करना मुख्य मुद्दा है । हम कश्मीर में पर्यटन के क्षेत्र को विकसित करना चाहते हैं। मौजूदा समय में सिर्फ 10 प्रतिशत ही पर्यटन का विकास हुआ है। इसको 100 फीसदी तक ले जाना है ताकि इससे युवाओं को रोजगार मिल सके। दूसरा मुद्दा कश्मीर की जो छवि बनाई गई है उसे सुधारना है। आतंकवाद और पत्थरबाजी को लेकर लोग आशंकित रहते हैं उस छवि को सुधार कर इसे फिर से जन्नत की तरह बनना है, जहां सभी अमन चैन से रह सकें।

प्रश्न- कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने से क्या बदलाव आए हैं?

  • उत्तर – देखिए कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाना यहां के लोगों के लिए गलत फैसला था। कौन चाहेगा कि उसे मिला हुआ विशेष होने का दर्जा उससे छीन लिया जाए। उससे भी ज्यादा अन्याय कश्मीर को केन्द्र शासित प्रदेश बना कर दिया गया। हमारे पास लोग आ रहे हैं और वो चाह रहे हैं कि जम्मू- कश्मीर को राज्य दर्जा मिले। अगर राज्य का दर्जा मिल जाता है तो शायद लोग अनुच्छेद 370 हटाने को भूल जाएं। लेकिन यहां विकास कराना है तो राज्य का दर्जा जल्दी ही बहाल किया जाना चाहिए। इसी मुद्दे को लेकर हम कश्मीर की जनता के बीच हैं और उन्हें समझा रहे हैं।

प्रश्न- आपका मुकाबला नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुला से है। उनसे मुकाबले के लिए आप किस तरह से तैयार हैं?

  • उत्तर- साल 2019 के बाद यह कश्मीर में पहला लोकसभा चुनाव है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता तो पिछले 40 साल से संसद में जा रहे हैं, लेकिन कश्मीर की अवाम को हमेशा से निराश किया है। कश्मीर के युवा, महिलाएं, व्यापारी इन सब की आवाज तक संसद में पहुंचा नहीं पाए। इसलिए कश्मीर का यह हाल हो गया है। अब नई हवा चली है और इस बार बदलाव होगा और कश्मीर की अवाम के हक की आवाज संसद में गूंजेंगी।

प्रश्न- पीपुल्स कॉन्फ्रेंस को लोग भाजपा की बी टीम की तरह देख रहे हैं, कितना सही है?

  • उत्तर- जो यह कह रहे हैं वो खुद भाजपा से मिले हुए हैं। कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया गया। इसके पीछे भी बाप-बेटे की जोड़ी है। पूरे देश के लिए यह सही फैसला हो सकता है, लेकिन कश्मीर की अवाम के लिए नहीं है।