ऊंची चोटियों पर बर्फबारी तो मैदानी इलाकों में अंधड़ की चेतावनी
इन दिनों पहाड़ से मैदान तक भीषण गर्मी, चटख धूप से पारा शिखर पर
देहरादून, 08 मई। उत्तराखंड में बुधवार से पांच दिन के लिए मौसम बदलने जा रहा है। इस दौरान तेज हवाएं चलेंगी और बौछारें पड़ेंगी। ऊंची चोटियों पर बर्फबारी होगी। मैदानी इलाकों में ओले गिरने की संभावनाएं हैं। ऐसे में पांच दिन तक के लिए राज्यभर में येलो अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही ऊंची चोटियों पर बर्फबारी भी हो सकती है।
उत्तराखंड में पहाड़ से मैदान तक भीषण गर्मी जारी हैं। चटख धूप से पारा शिखर पर है और जनजीवन बेहाल है। बुधवार को देहरादून का अधिकतम तापमान 35 तो न्यूनतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हालांकि मौसम विभाग ने पर्वतीय क्षेत्रों में कुछ राहत मिलने की उम्मीद जताई है। पांच दिन का पूर्वानुमान जारी करते हुए कहा है कि पर्वतीय क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ बौछार पड़ने के आसार हैं। जबकि निचले इलाकों में ओलावृष्टि और झोंकेदार हवाएं चलने को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है।
गर्जन के साथ पड़ेगी बारिश की बौछार, झोंकेदार हवा-झक्कड़ चलने की संभावना-
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार उत्तराखंड के हिमालयी क्षेत्रों में ताजा पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है। उत्तरकाशी, चलोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी गढ़वाल, देहरादून, पौड़ी गढ़वाल, पिथाैरागढ़, बागेश्वर, अल्मोड़ा, चंपावत, नैनीताल, उधमसिंह नगर, हरिद्वार में आठ मई से 12 मई तक गर्जन के साथ आकाशीय बिजली व ओलावृष्टि होने, 30 से 60 किमी की रफ्तार से झोंकेदार हवा-झक्कड़ चलने की संभावना है।
किसानों और आमजन को मौसम विभाग की सलाह, बरतें सावधानी-
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक ने किसानों के साथ आमजन को आवश्यक सलाह दी है। किसानों से कहा है कि कटी हुई उपज (यदि खेत में हो) को सुरक्षित स्थान पर रखें। गर्जन, आकाशीय बिजली, झोंकेदार हवाओं के समय घर के अंदर रहें। खिड़कियां और दरवाजे बंद रखें। गर्जन, आकाशीय बिजली के दौरान बिजली का संचालन करने वाली सभी वस्तुओं से दूर रहें। लोगों को सलाह दी है कि वे गर्जन, आकाशीय बिजली व झोंकेदार हवाओं के समय सुरक्षित स्थानों अथवा पक्के मकानों में शरण लें। पेड़ों के नीचे शरण ना लें। गर्जन, आकाशीय बिजली, झोंकेदार हवाओं के दौरान जानवरों को बाहर न बांधें। लोगों को विशेष रूप से उत्तराखंड के मैदानी इलाकों में अगले 48 घंटों तक 1300 से 1600 HRS IST के दौरान उच्च तापमान के प्रभाव से बचने के लिए जहां तक संभव हो घर के अंदर रहने की सलाह दी है।