ओंकार समाचार
कोलकाता, 11 अक्टूबर । मारवाड़ी रिलीफ सोसायटी अस्पताल में कार्कीनोज के सहयोग से कैंसर युनिट की स्थापना की गई है। इस युनिट का उद्घाटन मेयो हॉस्पिटल अमेरिका के प्रतिनिधि डा कीथ फ्लाहर्टी और कार्कीनोज केरल के सह संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा मोनी अब्राहम कुरिया कोस ने किया।
मारवाड़ी रिलीफ सोसायटी के महासचिव प्रहलाद राय गोयनका ने बताया कि कार्कीनोज एक ऐसा संगठन है जो देश में अनेक स्थानों पर कैसर के मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं और विशेषज्ञ सेवाएं उपलब्ध करवाता है। मारवाड़ी रिलीफ सोसायटी ने मरीजों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए कार्कीनोज के साथ टाइअप किया है। कार्किनोज के सहयोग से मारवाड़ी रिलीफ सोसायटी अस्पताल में भर्ती होने वाले कैंसर मरीजों का कीमो थैरेपी, रेडियो थैरेपी और सर्जरी के जरिये बेहतर इलाज किया जा सकेगा। गोयनका ने कहा कि मारवाड़ी रिलीफ सोसायटी आम लोगों को कम कीमत पर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
मारवाड़ी रिलीफ सोसायटी के कैंसर विभाग के चिकित्सक डा अंकित खंडेलवाल ने बताया कि कैसर युनिट में 8 बैड की व्यवस्था की गई है। जहां पर मरीजों को कीमो थैरेपी, रेडियो थैरेपी और सर्जरी की सभी सुविधाएं मिल सकेगी। युनिट में एंडोस्कोपी की व्यवस्था है , पूर्ण रूप से सुसज्जित ऑपरेशन थियेटर है। कार्कीनोज की ओर से डा जावेद भी यहां अपनी सेवाएं देंगे।
डा खंडेलवाल ने बताया कि कैंसर युनिट की स्थापना होने से मारवाड़ी रिलीफ सोसायटी कोलकाता में कैंसर मरीजों के उपचार का एक बड़ा केंद्र बन जाएगा।
कार्यक्रम के विश्ष्टि अतिथि कार्कीनोज केरल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा मोनी अब्राहम कुरियाकोस ने कहा कि मारवाड़ी रिलीफ सोसायटी में कार्कीनोज की मदद से कैंसर युनिट की स्थापना होने से बंगाल के मरीजों को काफी आराम मिलेगा। डा मोनी ने बताया कि अभी बंगाल के काफी मरीज इलाज के लिए दक्षिण भारत जाते हैं, अब उन्हें यहीं इलाज मिल सकेगा। डा अब्राहम ने कहा कि कैंसर मरीजों को अपने आस पास के शहरों में इलाज मिल सके इसके लिए कार्कीनोज देश कई शहरों में की सेवाएं उपलब्ध करवा रहा है। ग्लोबल साइंटिफिक एडवाइजरी बोर्ड के निदेशक डॉ. कीथ फ्लेहर्टी, डॉ. जावेद भी विशिष्ट अतिथि के तौर पर मौजूद थे।
कार्यक्रम में समाज सेवी मोहनलाल अग्रवाल, बेगराज अग्रवाल, संदीप बजाज, विजय गुजरवासिया, मुकेश मेहरा, शिवानी रॉय, डॉ सनी खन्ना भी मौजूद थे।