हुगली, 18 अप्रैल । पश्चिम बंगाल की श्रीरामपुर लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार कबीर शंकर बोस ने बुधवार रात आपात प्रेस कांफ्रेंस कर पुलिस पर आरोप लगाया कि बुधवार शाम जब वे रिषड़ा में रामनवमी की शोभायात्रा में प्रभु श्री राम की पूजा करने जा रहे थे, उनके चरणों में पुष्प अर्पित करने जा रहे थे तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया।

कबीर ने कहा कि संध्या बाजार पार करने के बाद मुझे पुलिस ने अचानक रोक लिया। शोभायात्रा आगे निकल चुकी थी। मैं वहां प्रभु श्री राम के चरणों में पुष्प अर्पित करने जा रहा था। लेकिन रिषड़ा थाना प्रभारी ने मुझे रोक दिया। उन्होंने मुझसे कहा कि अदालत के निर्देश के अनुसार शोभायात्रा में कोई राजनीतिक व्यक्ति नहीं जा सकता। मैंने उनसे अदालत का निर्देश दिखाने को कहा। मैं 20 मिनट तक वहां खड़ा रहा। प्रभु श्रीराम की शोभायात्रा तबतक काफी आगे निकल चुकी थी। प्रभु राम की मूर्ति, तस्वीर तब तक आगे निकल चुकी थी। बहुत देर बाद मुझे कोर्ट का एक ऑर्डर दिखाया गया। लेकिन उसमें भी ऐसी कोई बात नहीं लिखी थी।

कबीर ने  “मैं प्रशासन से पूछना चाहता हूं कि अदालत के किस निर्देश में लिखा है कि मैं एक सनातनी हिंदू प्रभु श्री राम के चरणों में पुष्प अर्पित नहीं कर सकता। उसके बाद मैने पुलिस कमिश्नर को फोन किया। कमिश्नर ने मुझसे कहा कि आप जा सकते हैं। उन्होंने सलाह दी कि मैं गाड़ी में जाऊं। लेकिन तब तक शोभायात्रा अपने गंतव्य तक पहुंच चुकी थी। इसलिए मैं वापस चला गया। मेरे पूजा करने के मौलिक अधिकार का हनन हुआ है। मैं पुलिस की भूमिका की निन्दा करता हूं। मैं पुलिस प्रशासन विशेषकर रिषड़ा थाना प्रभारी के खिलाफ अदालत जाऊंगा।”

प्रेस कांफ्रेंस के दौरान भाजपा उम्मीदवार ने एक तस्वीर दिखाई जिसमें श्रीरामपुर में तृणमूल ट्रेड यूनियन के नेता रंजित दास हाथ में तलवार लेकर श्रीरामपुर के शोभायात्रा में शामिल हुए हैं। कबीर ने कहा, ”मुझे प्रभु के चरणों में पुष्प अर्पित करने के लिए पुलिस ने शोभायात्रा में जाने नहीं दिया। लेकिन अदालत के सख्त निर्देश के बावजूद तृणमूल का एक नेता हाथ में तलवार लेकर शोभायात्रा में शामिल होता है। मैं जल्द ही पूरे विषय को अदालत के समक्ष रखूंगा।’