नई दिल्ली, 17 अप्रैल  18वीं लोकसभा के लिए शुक्रवार को पहले चरण का मतदान होगा। पहले चरण में करीब दर्जन भर हाई प्रोफाइल सीटें और कई खास उम्मीदवार ऐसे हैं, जो चर्चा में तो रहे ही हैं, किसी न किसी मायने में अहम हैं। ऐसे में इन सीटाें और उम्मीदवारों पर सबकी नजर रहेगी। इनमें आठ केंद्रीय मंत्री, दो पूर्व मुख्यमंत्री और एक पूर्व राज्यपाल शामिल हैं, जो 19 अप्रैल को पहले चरण के चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।

पहले चरण के चुनाव में उत्तर प्रदेश की सहारनपुर, रामपुर, पीलीभीत, मुजफ्फरनगर लोकसभा सीटें अहम हैं तो असम की डिब्रूगढ़, सोनितपुर छत्तीसगढ़ की बस्तर, बिहार की जमुई, गया, जम्मू कश्मीर की उधमपुर सीट भी काफी महत्वपूर्ण है।

इसी तरह से मध्य प्रदेश की छिंदवाड़ा, तमिलनाडु की चेन्नई उत्तर, चेन्नई दक्षिण, चेन्नई सेंट्रल, कोयंबटूर, थूथुक्कुडी, तिरुनेलवेली, कन्याकुमारी, मणिपुर दो आंतरिक और बाह्य सीट, राजस्थान की बीकानेर और पश्चिम बंगाल की कूचबिहार और अलीपुरद्वार अहम सीट हैं। ऐसे में सभी की निगाहें इन सीटों पर रहेगी।

18 वीं लोकसभा के इस चुनाव में इस बार केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी नागपुर सीट से जीत की हैट्रिक लगाने की तैयारी में हैं। इसी तरह से दो बार के सांसद और केंद्र सरकार में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह उधमपुर में हैट्रिक लगाने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं।

तीन बार के सांसद रहे 52 वर्षीय केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने अबकी चाैथी बार अरुणाचल पश्चिम सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल असम के डिब्रूगढ़ से लोकसभा में वापसी के लिए मशक्कत कर रहे हैं।

उत्तर प्रदेश में अपने जटिल जातीय समीकरणों के लिए विख्यात मुजफ्फरनगर सीट पर केंद्रीय मंत्री संजीव बलियान इस बार यहां से प्रतिस्पर्धा में हैं। राजस्थान में अलवर जिले में केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सदस्य भूपेन्द्र यादव राजस्थान से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।

राजस्थान की बीकानेर संसदीय सीट से केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल चुनाव मैदान में हैं। केंद्रीय मत्स्य पालन राज्य मंत्री एल मुरुगन मध्य प्रदेश से राज्यसभा के लिए चुने गए हैं लेकिन वे तमिलनाडु में नीलगिरी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं।

तेज तर्रार नेता की छवि वाले पूर्व आईपीएस अधिकारी एवं तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष के. अन्नामलाई तमिलनाडु के कोयंबटूर से चुनाव मैदान में हैं। शिवगंगा के सांसद कार्ति चिदंबरम उस सीट से फिर से चुनाव लड़ने के लिए मैदान में हैं, जहां उनके पिता और कांग्रेस सरकार के केंद्रीय वित्त मंत्री रहे पी.चिदंबरम यहां से सात बार जीते थे।

तेलंगाना के राज्यपाल और पुडुचेरी के उपराज्यपाल पद से इस्तीफा देकर तमिलिसाई सौंदर्यराजन सक्रिय राजनीति में वापसी करने के साथ चेन्नई दक्षिण लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रही हैं। एक जमाने की मशहूर अभिनेत्री वैजयंती माला के अलावा पूर्व राष्ट्रपति आर. वेंकटरमन ने भी यहां से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीता था।

असम के कलियाबोर निर्वाचन क्षेत्र से 2014 के बाद से दो बार लोकसभा चुनाव जीतने के बाद लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता और पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के बेटे गौरव गोगोई अबकी पड़ोसी जोरहाट सीट से नए उम्मीदवार हैं।

मणिपुर के कानून और शिक्षा मंत्री बसंत कुमार सिंह इनर मणिपुर निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार हैं। बसंत कुमार सिंह मैती समुदाय से हैं और थौनाओजम चाओबा सिंह के पुत्र हैं, जिन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में खेल, युवा मामले, संस्कृति और खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया था।

उत्तरी राजस्थान में भाजपा के गढ़ चूरू से दो बार के पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता भाला फेंक खिलाड़ी, भाजपा उम्मीदवार देवेंद्र झाझरिया पहली बार चुनावी मैदान में मुकाबले के लिए तैयार है। कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ के बेटे नकुल नाथ छिंदवाड़ा से दोबारा चुनाव लड़ रहे हैं।