जरूरत पड़े तो केंद्रीय बलों की लें मदद
हुगली, 12 अप्रैल। कलकत्ता हाईकोर्ट ने पुलिस को फटकार लगाते हुए आदेश दिया है कि रिषड़ा में रामनवमी की रैली पूर्व निर्धारित रूट के अनुसार ही निकलेगी। दर असल गत वर्ष रामनवमी शोभायात्रा के दौरान रिषड़ा-श्रीरामपुर में सांप्रदायिक हिंसा हुई थी। इसको देखते हुए प्रशासन ने आयजकों को रामनवमी का रूट बदलने को कहा। इसे लेकर रामनवमी शोभायात्रा के आयोजकों और प्रशासन के बीच गतिरोध चल रहा था।
प्रशासन की ओर से पूर्व निर्धारित रूट पर शोभायात्रा की अनुमति नहीं मिलने पर आयोजकों ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। शुक्रवार को मामले की सुनवाई करते हुई जस्टिस जय सेनगुप्ता की एकल पीठ ने पुलिस को फटकार लगाई और आदेश दिया कि रिषड़ा में रामनवमी की रैली पूर्व रूट के अनुसार ही निकलेगी। यदि आवश्यकता हो तो शोभायात्रा के लिए केंद्रीय बलों की मदद ली जा सकती है। उच्च न्यायालय के इस फैसले के बाद पूरे हिंदू समाज में खुशी की लहर है।
हिंदू संगठनों का कहना है कि पता नहीं प्रशासन किसके इशारे पर शोभायात्रा का रूट बदलने का दबाव बना रहा था। लेकिन हमें अदालत पर पूरा भरोसा था। अदालत के इस फैसले के बाद हमारा विश्वास देश की न्याय व्यवस्था में और बढ़ा है।