नई दिल्ली, 24 मार्च। केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार को कहा कि केंद्र सरकार ने कर्नाटक को देय एक-एक पैसा राज्य सरकार को समय पर दिया है। वर्ष 2014 से 2024 तक कर हस्तांतरण में 258 फीसदी की वृद्धि हुई है, जो कांग्रेस-नीत यूपीए सरकार के 10 वर्षों की तुलना में 3.5 गुणा अधिक है।
वित्त मंत्री कार्यालय ने एक्स पोस्ट में बताया कि निर्मला सीतारमण ने कर्नाटक के बेंगलुरु में जेपी नगर स्थित आरवी डेंटल कॉलेज में आयोजित थिंकर्स फोरम को संबोधित करते हुए यह बात कही। सीतारमण ने कहा कि राज्य का हर बकाये पैसे का हिसाब-किताब किया गया है, उन्हें समय पर फंड जारी किया गया। वर्ष 2004 से 2014 के बीच कर्नाटक को प्रति वर्ष मिलने वाला पैसा 81,795 करोड़ रुपये था, जो साल 2014 से 2024 तक बढ़कर 2,93,226 करोड़ रुपये हो गया है।
सीतारमण ने बुद्धिजीवियों और शिक्षाविदों को संबोधित करते हुए कहा कि बेंगलुरु में 14.68 लाख जनधन खाते खोले गए, जबकि देशभर में 52 करोड़ खाते खोले गए हैं। भाजपा शासन के 10 साल में सहायता अनुदान बढ़कर 273 फीसदी हो गया है, जो पिछले 10 वर्षों की तुलना में 3.7 गुना अधिक है। सीतारमण का यह बयान ऐसे समय आया है जब कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने एक दिन पहले कहा था कि राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर केंद्र को गंभीर सूखे की स्थिति से जूझ रहे राज्य को राष्ट्रीय आपदा मोचन निधि के तहत तुरंत अनुदान जारी करने का निर्देश देने का अनुरोध किया है।