इतिहास संकलन समिति की प्रांत स्तरीय बैठक संपन्न

राष्ट्रीय संगठन मंत्री बालमुकुंद पांडे ने कार्यकर्ताओं का किया मार्गदर्शन

उदयपुर, 22 मार्च। भारत के हर व्यक्ति में यह भाव होना चाहिए कि हम भारत माता के अंगभूत घटक हैं। यह भाव सभी में राष्ट्र प्रथम की भावना को सशक्त करेगा और भारत विश्व में सर्वोच्च स्थान की ओर निरंतर अग्रसर होता रहेगा।

यह बात इतिहास संकलन योजना के राष्ट्रीय संगठन मंत्री डॉ. बालमुकुंद पांडे ने उदयपुर में इतिहास संकलन समिति की चित्तौड़ प्रांत की बैठक को संबोधित करते हुए कहीं। चित्तौड़ प्रांत के अंतर्गत आने वाले 13 जिलों के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अपना हर कार्य करते हुए मन में यही भाव रखें कि हम सबसे पहले भारत माता के पुत्र हैं।

वार्षिक कार्य योजना के लिए आयोजित इस एकदिवसीय बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता इस बात का भी आकलन करें कि उन्होंने वर्ष भर में निजी तौर पर क्या उपलब्धियां प्राप्त की। कितना समय उन्होंने संगठन के लिए दिया, कितना समय उन्होंने समाज को दिया और कितना समय उन्होंने स्वाध्याय और निजी क्षमताओं को बढ़ाने के लिए दिया, इन तीनों आकलन के पश्चात हम यह तय कर सकेंगे कि हमें किस तरह स्वयं को समाज सेवा की दिशा में समर्पित करना चाहिए।

इससे पूर्व, इस एक दिवसीय बैठक में इतिहास संकलन समिति के क्षेत्र संगठन मंत्री छगनलाल बोहरा, चित्तौड़ प्रांत के संरक्षक वैद्य लक्ष्मी नारायण शर्मा, चित्तौड़ प्रांत के संगठन मंत्री रमेश शुक्ला ने वार्षिक कार्य योजना निर्धारण में कार्यकर्ताओं को महत्वपूर्ण बिंदुओं पर मार्गदर्शन प्रदान किया।

आरंभ में प्रांत महासचिव डॉ. विवेक भटनागर, उदयपुर जिला अध्यक्ष डॉ जीवन सिंह खड़कवाल, जिला मंत्री चैन शंकर दशोरा, महानगर मंत्री दीपक शर्मा ने अतिथियों का स्वागत किया। प्रांत सचिव मनीष श्रीमाली ने आभार प्रदर्शन किया तथा संचालक कौशल मूंदड़ा ने किया।