बड़वानी, 5 अक्टूबर। मध्यप्रदेश के आदिवासी बहुल बड़वानी जिले में पहली बार महिला मतदाताओं की संख्या पुरुष मतदाताओं से ज्‍यादा हो गई है।

कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ राहुल फटिंग ने निर्वाचन संबंधी बैठक के दौरान 2023 के विधान सभा चुनावो को लेकर कल आंकड़े जारी किये। इन आंकड़ों में सर्वाधिक महत्वपूर्ण बात यह रही है कि जिले में अब महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों से अधिक हो गई है। 2019 के लोकसभा चुनाव में जहां 1000 पुरुषों के मुकाबले महिलाओं की संख्या 981 थी। और इसके पूर्व 2 अगस्त 2023 में जारी मतदाता सूची में 1000 के मुकाबले 987 थी। वही महत्वपूर्ण परिवर्तन आते हुए कल जारी सूची में यह आंकड़ा बदल गया।

जिले में पहली बार पुरुष मतदाताओं से महिला मतदाताओं की संख्या बढ़ते हुए 1000 पुरुषों के मुकाबले 1003 हो गई है।

अधिकृत जानकारी के अनुसार जिले में 2 अगस्त को प्रकाशित मतदाता सूची में 1011796 मतदाता थे, जो कि द्वितीय विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के उपरांत बढ़कर 1071127 हो चुके हैं। अंतिम प्रकाशन के मुताबिक जिले में कुल 1224 मतदान केंद्र हैं। कुल मतदाताओं की संख्या 1071127 में पुरुष मतदाताओं की संख्या 534672 और महिला मतदाताओं की संख्या 536434 है। जबकि अन्य मतदाताओं की संख्या 21 है।

इस तरह से सूची में 59331 मतदाताओं के नाम जुड़े हैं। जिनमें 25482 पुरुष मतदाता तथा 33849 महिला मतदाता शामिल है। इससे जहां जिले के जेंडर रेशो में सुधार हुआ है, वही ईपी रेशो भी 56 प्रतिशत से बढ़कर 60.22 प्रतिशत हो गया है। इसमें पुरुषों का प्रतिशत 59.85 और महिलाओं का प्रतिशत 60.60 है।

विधानसभा वार देखें तो जिले के पानसेमल और सेंधवा में महिला मतदाताओं की संख्या ज्यादा है। जबकि बड़वानी और राजपुर में पुरुष मतदाता ज्यादा है।

जिला निर्वाचन कार्यालय सूत्रों के अनुसार आमतौर पर आदिवासी जिलों में महिला मतदाताओं की संख्या अधिक होती है । लेकिन यहां पर संख्या कम आ रही थी। ठीक से काम नहीं होने पर कुछ बीएलओ को निलंबित भी किया गया। इसके बाद सभी को प्रोत्साहित कर ‘डोर टू डोर सर्वे कराया गया। एक-एक मतदान केंद्र का दौरा किया गया। इसके परिणाम स्वरुप जेंडर रेशो में महत्वपूर्ण सुधार हुआ।

जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ राहुल फ़टिंग ने कहा कि यह खुशी की बात है कि जेंडर रेशो के साथ ई पी रेशो भी बढ़ गया । इसके लिए इससे जुड़ी टीम बधाई की पात्र है।