उदयपुर, 08 मार्च। महाशिवरात्रि पर्व शुक्रवार को उदयपुर के अतिप्राचीन शिवधाम महाकाल मंदिर में दिन भर शिवभक्तों का तांता रहा।
सार्वजनिक प्रन्यास मंदिर श्री महाकालेश्वर न्यास अध्यक्ष तेजसिंह सरूपरिया ने बताया कि महाशिवरात्रि महोत्सव समिति के तत्वावधान में प्रभु महाकालेश्वर की प्रातः 6.30 बजे मंगला आरती व पूजा के बाद 10.30 प्रदोष महापूजा, भगवान भोलेनाथ का विशेष श्रृंगार, भोग, ध्वजपताकाओं का पूजन व आरती की गई। इसके बाद अभिजित मुहूर्त 12.15 बजे श्रीगणपति, श्री भैरव, ओगडी माई की धूणी व भोलेनाथजी के समाधि पर ध्वजा चढ़ाई गई।
प्रन्यास सचिव चन्द्रशेखर दाधीच ने बताया कि मंदिर में ब्रह्म मुहूर्त में वैदिक मंत्रोच्चार परम्परागत प्रथा के अनुरूप महादेव का सहस्त्रधारा जलाभिषेक हुआ। इस मौके पर मंदिर के सभाभमण्डप एवं गर्भगृह को सुगन्धित पुष्पों से श्रृंगारित किया गया। भोलेनाथ की मंगला आरती, मध्याह्न आरती एवं सांयकाल को विशेष श्रृंगार, पूजा-अर्चना का सायं 7 बजे महाआरती की गई।
सचिव चन्द्रशेखर दाधीच ने बताया कि सांय 6.15 बजे गंगाघाट पर 108 दीपकों की महाआरती गई। आरती देवस्थान विभाग के जतिन गांधी, अखिलेश जोशी संग शिवभक्तों द्वारा की गई। रात्रि को चारों पहर की पूजा व परम्परागत रूप से महाकालेश्वर का विभिन्न द्रव्य से रूद्राभिषेक एवं पूजा अर्चना पं. फतहलाल चौबीसा द्वारा सवा नौ बजे प्रथम प्रहर की पूजा शुरू की। महाशिवरात्रि के अवसर पर गौ-सेवा मनोरथ के तहत गायों की पूजा अर्चना कर उन्हें लापसी का भोग धराया गया।
मंदिर प्रशासक दीक्षा भार्गव ने बताया कि दर्शनार्थियों के लिए महिला व पुरुषों के लिए अलग-अलग कतारों से दर्शन की व्यवस्था की गई जिससे महिला एवं पुरुषों को सुगमता से दर्शन लाभ हुए। वहीं रूद्रवाहिनी, रूद्रसेना, महारूद्रमण्डल, ट्रस्ट पदाधिकारियों व कार्यकारिणी सदस्यों व गठित समिति के सदस्यों ने प्रबंधन में योगदान दिया।
श्री महाकालेश्वर अन्न यज्ञ सेवा समिति के के.जी. पालीवाल व भंवरलाल पालीवाल ने बताया कि दर्शनार्थ आने वाले श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण अन्न यज्ञ सेवा समिति की ओर से सेगारी फलाहार की व्यवस्था की गई।