अहमदाबाद, 4 अक्टूबर। भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि यह कहना गलत होगा कि विश्व कप को लेकर टीम पर दवाब नहीं है मगर टीम का हर सदस्य इस दवाब से उबर कर अच्छा प्रदर्शन करने की क्षमता रखता है हालांकि टीम विश्व कप का परिणाम तय करने के बजाय एक समय पर एक मैच पर पूरा ध्यान केंद्रित करने की रणनीति पर मेहनत करेगी।
यह पहला मौका है जब भारत इकलौते दम पर विश्व कप की मेजबानी कर रहा है। पिछले तीन मौकों 1987, 1996 और 2011 में सह-मेजबान रहे हैं। भारत की कोशिश होगी कि 1983 और 2011 का कारनामा अपनी सरजमीं पर दोहराये और विश्व कप अपनी झोली में डाले।
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा को अच्छी तरह पता है कि उनकी टीम पर घरेलू धरती पर अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव है मगर उन्हें भरोसा है कि उनकी टीम आगे बढ़ सकती है। बुधवार को आईसीसी कैप्टन्स कॉल पर बोलते हुए रोहित ने कहा “ मै विश्व कप में टीम का नेतृत्व करने को लेकर उत्साहित हूं। मुझे पता है कि आयोजन से पहले दबाव होगा, लेकिन मुद्दा इससे उबरने का है। टीम के सभी सदस्य उस दबाव से गुज़रने के आदी हैं, चाहे वे भारत में खेल रहे हों या बाहर। दबाव एक ऐसी चीज़ है जो किसी खिलाड़ी को नहीं छोड़ती है। जब तक आप खेल खेलते हैं, दबाव हमेशा रहेगा। इसलिए इसे एक तरफ रखें, काम पर ध्यान केंद्रित करें। यह कहना बहुत आसान है, लेकिन यह कठिन होगा मगर मुझे यकीन है कि हमने वास्तव में अच्छी तैयारी की है और जब तक आप वास्तव में अच्छी तैयारी करते हैं, इससे आपको किसी भी खेल में काफी आत्मविश्वास मिलता है। ”
1983 में कपिल देव के नेतृत्व में पहला विश्व कप जीतने के बाद 1987 विश्व कप के सेमीफाइनल में भारतीय टीम इंग्लैंड से हार गयी थी जबकि 1996 में श्रीलंका ने भारतीयों का सफर सेमीफाइनल में ही खत्म कर दिया था। भारत ने 2011 संस्करण में अपने सितारे जमाए और इतिहास में दूसरी बार विश्व कप जीता।
क्रिकेट विश्व कप के पिछले तीन संस्करणों में मेजबान देशों भारत (2011), ऑस्ट्रेलिया (2015) और इंग्लैंड (2019) ने विश्व कप अपने नाम किया है। खिलाड़ियों की शानदार फार्म और घरेलू मैदान के चलते मौजूदा विश्व कप में भारत के जीतने की संभावना प्रबल हो गयी है मगर भारतीय कप्तान इस संयोग से इत्तिफाक नहीं रखते हैं।
रोहित ने कहा “इसके बारे में ज़्यादा नहीं सोच रहा हूँ। ईमानदारी से कहूं तो, जब विश्व कप के पिछले तीन संस्करणों में ऐसा हुआ है, लेकिन मैं बस इतना कह सकता हूं कि हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेंगे, अपना सर्वश्रेष्ठ देंगे और टूर्नामेंट का आनंद लेंगे।
क्रिकेट विश्व कप से पहले भारत के दोनों अभ्यास कार्यक्रम बारिश की भेंट चढ़ गए। वे अपना पहला मुकाबला 8 अक्टूबर को चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलेंगे।