उदयपुर, 29 फरवरी। उदयपुर में बाबा भैरवनाथ का 21 दिवसीय खड़ग महायज्ञ बलीचा स्थित धाम में 2 मार्च से होने जा रहा है। यह महायज्ञ 21 दिन तक चलेगा।

महायज्ञ के सम्बंध में बलीचा धाम के सेवक आरपी सिंह आक्वा ने गुरुवार को मीडिया को बताया कि बाबा भैरवनाथ महायज्ञ बहुतायात नहीं किए जाते हैं, क्योंकि ऐसे महायज्ञ के लिए कठोर संकल्पित होना होता है। कठोर संकल्प के बिना महायज्ञ पूर्ण होना संभव नहीं है। यह यज्ञ 21 दिन तक खड़े रहकर व मौन धारण कर पूरा करना होता है। इसमें आहुतियों का संकल्प सूर्योदय से सूर्यास्त तक रहता है।

उन्होंने बताया कि यह यज्ञ 2 मार्च सूर्योदय के साथ अग्नि देव पूजन व वेदिका पूजन साथ प्रारंभ होगा। 2 मार्च को ही सायंकाल मंदिर परिसर में भजन संध्या का आयोजन होगा। इस भजन संध्या में मगन भारती एवं संगत प्रस्तुतियां देंगे। महायज्ञ में प्रतिदिन एक जोड़ा यजमान के रूप में प्रातःकाल 7 से 9 बजे तक आहुतियां देगा। कुल 21 दिन 21 जोड़े आहुतियां देंगे। प्रातः 9 बजे से सूर्यास्त तक कोई भी श्रद्धालु आहुतियां दे सकेंगे। यह आहुतियां पूर्णतया निशुल्क रहेंगी।

इस यज्ञ का महत्व बताते हुए सेवक ने बताया कि ऐसे यज्ञ का प्रयोजन जनकल्याण होता है। मान्यता है कि महायज्ञ से शारीरिक कष्ट पीड़ा में आराम होता है, मानसिक तनाव से मुक्ति मिलती है, जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का उदय होता है।

आयोजन के संरक्षक डॉ. प्रदीप कुमावत, तख्त सिंह शक्तावत, कमलेंद्र सिंह पंवार, शिव सिंह सोलंकी, अमृत मेनारिया ने तैयारियों के सम्बंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 23 मार्च दिन में पूर्णाहुति होगी जिसमें 21 जोड़े सम्मिलित होकर पूर्णाहुति देंगे। बजरंग सेना मेवाड़ की ओर से महाप्रसादी भंडारा किया जाएगा। भजन संध्या होगी जिसमें मारवाड़ के संत कन्हैयालाल, किशोर पालीवाल व मेवाड़ से धनराज जोशी महाराज भजन प्रस्तुतियां देंगे।