कोलकाता, 26 फरवरी। अजीत माइती के बाद इस बार संदेशखाली में तृणमूल पंचायत सदस्य शंकर सरदार को ग्रामीणों के गुस्से का सामना करना पड़ा। सोमवार को प्रदर्शनकारी महिलाओं के एक समूह ने सत्तारूढ़ पार्टी के नेता शंकर सरदार के घर में तोड़फोड़ की। प्रदर्शनकारी महिलाओं की शिकायत है कि शंकर ने जॉब कार्ड का पैसा हड़प लिया, आदिवासियों की जमीन पर कब्जा कर लिया। उसने कई लोगों को जान से मारने की धमकी भी दी।
शंकर की बेटी ने इन सभी आरोपों से इनकार किया। उन्होंने मीडिया को बताया कि जब प्रदर्शनकारी महिलाएं घर में आईं और शंकर को खोजा तो उसने बताया कि पिता घर पर नहीं हैं। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने घर में तोड़फोड़ की।
ग्रामीणों पर सोमवार सुबह बरमादजुर के तृणमूल नेता हलदर आरी के घर पर हमला करने का आरोप है। दोपहर के आसपास, गांव की महिलाओं का एक समूह लाठी, झाड़ू और जूते लेकर तृणमूल नेता के घर में घुस गया। आरोप है कि उसे घर पर न पाकर उन्होंने तोड़फोड़ शुरू कर दी।
खबर मिलते ही भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। जब पुलिस अधिकारियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो प्रदर्शनकारी बहस करने लगे। पुलिस ने बार-बार चेतावनी दी कि कानून को अपने हाथ में नहीं लिया जा सकता। लेकिन प्रदर्शनकारियों का कहना था कि शंकर को भी गिरफ्तार किया जाना चाहिए। शंकर अजीत के साथ मिलकर उन पर अत्याचार करता था।
रविवार को अजित को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा था। लोगों के गुस्से से बचने के लिए वह किसी और के घर में छुपा हुआ था जहां से चार घंटे बाद पुलिस ने उसे बचाया था। अजीत को सोमवार सुबह गिरफ्तार कर लिया गया।