कोलकाता, 26 फरवरी । पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ आंदोलन का मुद्दा तय कर लिया है। राज्य में 100 दिनों की रोजगार गारंटी योजना मनरेगा के बकाया फंड को सबसे बड़ा मुद्दा बनाते हुए पार्टी ने केंद्र के खिलाफ अब लगातार आंदोलन की रणनीति बनाई है। इसके साथ ही आवास योजना समेत अन्य केंद्रीय योजनाओं के बकाया फंड को लेकर एक बार फिर कोलकाता में विरोध प्रदर्शन की तैयारियां की जा रही है। कोलकाता के सबसे बड़े ब्रिगेड परेड मैदान में एक विशाल रैली होगी। इसे तृणमूल कांग्रेस की ओर से लोकसभा चुनाव का आगाज माना जा रहा है।
पार्टी के एक नेता ने बताया कि आगामी 10 मार्च को इस रैली का आयोजन किया जाएगा।
संदेशखाली मुद्दे पर भाजपा और अन्य विपक्षी दलों के बढ़ते हमलों के मद्देनजर तृणमूल ने रैली की योजना बनाई है। पार्टी सूत्रों ने बताया कि रैली को तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी संबोधित करेंगे। चिंता वाली बात ये है कि इसमें हिंदी भाषा को लेकर “बाहरी को बाहर” करने की थीम के साथ कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।
पार्टी का कहना है कि दिल्ली से बार-बार बंगाल का दौरा करने वाले केंद्रीय भाजपा नेताओं के खिलाफ बाहरी शब्द का इस्तेमाल किया जा रहा है।