कोलकाता, 17 फरवरी।  पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने एक बार फिर दावा किया है कि संदेशखाली में किसी भी महिला का यौन उत्पीड़न नहीं हुआ है। उन्होंने मीडिया पर आरोप लगाते हुए कहा कि सूत्रों के नाम पर बंगाल को बदनाम करने की कोशिश हो रही है।

माइक्रोब्लॉगिंग साइट एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा कि अगर संदेशखाली में महिलाओं के साथ इसी तरह से लगातार यौन उत्पीड़न होते रहे थे तो माकपा, भाजपा या अन्य विपक्षी दलों के स्थानीय नेता चुप क्यों थे?

उन्होंने लिखा है कि संदेशखाली में यौन उत्पीड़न के दावे बेबुनियाद हैं। अगर कई सालों से ऐसा हो रहा था तो स्थानीय माकपा, भाजपा और कांग्रेस के नेताओं ने पहले क्यों कुछ नहीं कहा। यहां तक कि मीडिया में भी खबर नहीं आई।

हकीकत यह है कि बंगाली मीडिया की मदद से विपक्ष बंगाल को बदनाम करने के लिए यह नाटक कर रहा है। जिन लोगों ने फेस बदलकर ऐसा करने की कोशिश की है उन्हें पकड़ा जा रहा है। यौन उत्पीड़न की बातें केवल जुबानी हैं, इसमें हकीकत नहीं है।

उल्लेखनीय हैं कि संदेशखाली में सैकड़ो की संख्या में सड़कों पर उतरीं महिलाओं ने आरोप लगाया था कि स्थानीय तृणमूल नेता शेख शाहजहां और उसके समर्थकों ने महिलाओं का यौन उत्पीड़न किया है।