कोलकाता, 16 फरवरी । भाजपा के छह सदस्यीय केंद्रीय प्रतिनिधि मंडल को संदेशखाली जाकर हिंसा का जायजा लेने से रोके जाने के बाद प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों ने आरोप लगाया कि राज्य प्रशासन को इस बात का डर है कि कहीं संदेशखाली की महिलाएं फरार तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां को लेकर कोई बड़ा खुलासा ना कर दें। अग्निमित्रा पॉल ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जघन्य वारदातों के जिम्मेदार अपनी पार्टी के लोगों को बचाना चाहती हैं।

शुक्रवार को पार्टी प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल डॉक्टर सीवी आनंद बोस से मिल कर संदेशखाली में प्रशासन के बर्ताव को लेकर शिकायत की।
उच्चस्तरीय केंद्रीय समिति की संयोजक अन्नपूर्णा देवी हैं। दूसरे सदस्यों में केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक, सांसद सुनीता दुग्गल, सांसद कविता पाटीदार, सांसद संगीता यादव और बृजलाल (राज्यसभा सदस्य और उत्तर प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक) शामिल हैं।

एक तरफ भाजपा की केंद्रीय टीम को पुलिस ने रोक दिया, वहीं दूसरी तरफ तृणमूल की फैक्ट फाइंडिंग टीम को संदेशखाली में लोगों से बातचीत करते हुए देखा गया।