जयपुर, 11 फ़रवरी। फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 24 मार्च को रात 9 बजकर 57 मिनट से आरंभ हो जाएगी ,जिसका समापन 25 मार्च रात्रि 12 बजकर 32 मिनट पर होगा। ऐसे में 25 मार्च को चंद्र ग्रहण के साए में होली का त्योहार मनाया जाएगा। चंद्र ग्रहण की शुरूआत सुबह 10 बजकर 23 मिनट से होगी। वहीं इसका समापन दोपहर 3 बजकर 2 मिनट पर होगा। इस चंद्र ग्रहण को भारत में धुंधला देखा जा सकेगा, इस कारण से इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा। लेकिन शास्त्रों में कहा जाता है कि चंद्र ग्रहण का प्रभाव सभी राशियों पर जरूर होता है। कुछ राशियों पर ग्रहण का शुभ प्रभाव तो कुछ राशियों पर इसका अशुभ प्रभाव देखने को मिलता है।

ज्योतिषाचार्य बनवारी लाल शर्मा ने बताया कि यह चंद्र ग्रहण अमेरिका, जापान, रूस के कुछ हिस्से आयरलैंड, इंग्लैंड, स्पेन, पुर्तगाल, इटली, जर्मनी, फ्रांस, हॉलैंड, बेल्जियम, दक्षिणी नॉर्व और स्विजरलैंड में दिखाई देगा। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार साल-2024 में चार ग्रहण लगेंगे जिसमें पहला चंद्र ग्रहण 25 मार्च को, दूसरा चंद्र ग्रहण 18 सितंबर को लगेगा।इसके अलावा पहला सूर्य ग्रहण 8 अप्रेल और दूसरा सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर को लगेगा।