नई दिल्ली, 31 जनवरी। जंगपुरा एक्सटेंशन से जुड़ी एक रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) ने कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर और उनकी बेटी सुरन्या अय्यर को राम मंदिर से जुड़े उनके विरोध पर नोटिस जारी किया है।
एसोसिएशन ने कहा है कि स्थानीय स्तर पर उनकी गतिविधियां सामाजिक सौहार्द्र के लिए ठीक नहीं है। अगर उन्हें इस तरह की गतिविधियां और विरोध जारी रखना है तो वे कहीं और घर ले सकते हैं।
भाजपा नेता अमित मालवीय ने ट्वीट कर नोटिस को साझा किया है। एसोसिएशन के अध्यक्ष की ओर से लिखे गए पत्र में कहा गया है कि अय्यर देश के लिए अच्छी और बुरी जैसी चाहे राजनीति कर सकते हैं लेकिन उनके कहे गए शब्द और किए गए कार्य कॉलोनी को अच्छा और बुरा नाम देते हैं। इसलिए अनुरोध है कि वे इस तरह के बयान और कार्यों से बचें।
उल्लेखनीय है कि सुरन्या अय्यर ने 20 जनवरी को एक फेसबुक पोस्ट में दावा किया था कि वह राम मंदिर के ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह के विरोध में उपवास कर रही हैं। उन्होंने कहा कि यह उपवास साथी मुस्लिम नागरिकों के प्रति प्यार और दुख की अभिव्यक्ति है।
एसोसिएशन का कहना है कि राम मंदिर देश की आस्था का विषय है। सुप्रीम कोर्ट ने 5-0 से अपने फैसले में इसके निर्माण की अनुमति दी है। ऐसे में विरोध करना है तो वे कोर्ट में जा सकते हैं।