राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री ने किया स्वीकार
अयोध्या, 11 जनवरी। श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सृष्टि पुलकित है। हर जीव का रोम रोम रोमांचित है। ऐसे में भला भारतीय सीमाओं में भीतर रहने वाले लोग भला अह्लादित क्यों न हों ? अपने आराध्यदेव और जन-जन में बसे श्रीराम के स्वागत की तैयारी कैसे न करें ? कोई घी भेजकर श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा का भागी बन रहा है तो कोई अगरबत्ती भेजकर।
अब गुजरात से एक विशेष रथ से 500 किलो का विशाल नगाड़ा रामनगरी अयोध्या पहुंचा है। इसे श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने स्वीकार किया है। उन्होंने आश्वासन दिया है कि इसे उचित स्थान पर स्थापित किया जाएगा। इधर, गुजरात विश्व हिन्दू परिषद के क्षेत्र मंत्री अशोक रावल ने पत्र भेजकर नगाड़ा स्वीकारने की संस्तुति की है।
चिराग ने कहा, ”सोने-चांदी की चढ़ी है परत”
नगाड़ा लेकर अयोध्या आए चिराग पटेल ने बताया कि इस पर सोने और चांदी की परत चढ़ाई गई है। ढांचे में लोहे और तांबे की प्लेट का भी इस्तेमाल किया गया है। इसका निर्माण डबगर समाज के लोगों ने किया है। राम मंदिर में स्थापित करने के लिए हिंदू संस्कृति के इस प्रतीक विशाल नगाड़ा का निर्माण कर्णावती महानगर के दरियापुर विस्तार में किया गया है।