
काठमांडू, 8 अगस्त। नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 40 नेपाली महिलाओं के एक समूह को उस समय डिपोर्ट किया गया, जब वो बिना उचित अनुमति यात्रा वीजा पर विभिन्न खाड़ी देशों में रोजगार के लिए जाने वाली थी। इन महिलाओं के पास विदेश में नौकरी के लिए नेपाली दूतावास के नाम का फर्जी अनिवार्य अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) मिला है, इसलिए इन्हें नई दिल्ली में नेपाली दूतावास के समन्वय से हिरासत में ले लिया गया।
नेपाली दूतावास के उपनियोग प्रमुख डॉ. सुरेन्द्र थापा ने बताया कि सामान्य पूछताछ के बाद इन सभी महिलाओं को सड़क मार्ग से वापस नेपाल भेजने की तैयारी की जा रही है। नेपाल के सुनौली भैरहवा सीमा पर इनको नेपाली अधिकारियों को सौंपा जाएगा। उन्होंने बताया कि नेपाल के एयरपोर्ट पर कड़ाई किए जाने के बाद अधिकांश महिला अब दिल्ली पहुंचकर वहां से खाड़ी मुल्कों में जाने के लिए विमान पकड़ती हैं। डॉ. थापा ने बताया कि गुरुवार को दिल्ली एयरपोर्ट से डिपोर्ट की गई महिलाएं दुबई, कतर, ओमान, इराक आदि देशों में जाने की तैयारी में थी।
इससे पहले भी पिछले हफ्ते ही नेपाल की 47 महिलाओं को दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर उन्हें नेपाल वापस भेज दिया गया था। उस घटना के बाद गृह मंत्री रमेश लेखक ने नेपाल में सक्रिय गिरोह के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दिया था, जो महिलाओं को नौकरी का झांसा देकर दिल्ली के रास्ते खड़ी मुल्कों में भेजने का काम करते हैं।