विशाखापत्तनम, 20 नवंबर। आन्ध्र प्रदेश में बंदरगाह पर भीषण आग दुर्घटना में लगभग 25 करोड़ रुपये मूल्य की 40 मशीनीकृत मछली पकड़ने वाली नावें नष्ट हो गईं। मछुआरों ने सोमवार को मीडिया को यह जानकारी दी।
मछुआरों ने मीडिया को बताया कि रविवार देर रात एक लंगर वाली नाव में आग की लपटें उठीं और कुछ ही मिनटों में लपटें अन्य नावों तक फैल गईं। सूचना मिलने पर विशाखापत्तनम बंदरगाह प्राधिकरण की दमकल गाड़ियां वहां पहुंचीं और आग पर काबू पाया। अग्निशमन अधिकारियों के अनुसार, दुर्घटना में लगभग 25 करोड़ रुपये मूल्य की 40 मशीनीकृत मछली पकड़ने वाली नावें जलकर नष्ट हो गईं।
मीडिया के अनुसार, मछली पकड़ने के बंदरगाह में आग लगने की बड़ी दुर्घटना तब हुई जब मंगलवार को विश्व मत्स्य पालन दिवस पर होने वाले कार्यक्रम की तैयारी की गई थी। कुछ नावें मछली पकड़ने का काम पूरा करने के बाद, मछली पकड़ने के बंदरगाह पर आ गईं और लंगर डाल दिया। नावों में लाखों रुपये की मछलियां थीं। मछुआरों ने बताया कि मछलियों के साथ नावें भी जल गईं। कुछ मछुआरे रात के समय नावों में सोते हैं और आग की लपटों में कोई फंस गया हो इसकी तलाश शुरू कर दी गई है।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने विशाखापत्तनम मछली पकड़ने के बंदरगाह में आग लगने की घटना पर दुख व्यक्त किया और दुर्घटना की जांच के आदेश दिए। मुख्यमंत्री ने मत्स्य पालन मंत्री डॉ. एस. अप्पाला राजू को दुर्घटनास्थल का दौरा करने का निर्देश दिया और अधिकारियों से उन मछुआरों को आवश्यक वित्तीय सहायता देने को कहा, जिन्होंने आग में अपनी नावें खो दीं।