
मुंबई, 29 जुलाई। महाराष्ट्र के पालघर जिला स्थित नायगांव में एक आवासीय फ्लैट में चल रहे वेश्यावृत्ति रैकेट का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने तीन बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है और महिलाओं को बचाया है। इनमें एक नाबालिग बांग्लादेशी लडक़ी और एक महिला शामिल है। पुलिस इस मामले की गहन छानबीन कर रही है।
सहायक पुलिस आयुक्त (अपराध) मदन बल्लाल मंगलवार को मीडिया को बताया कि मीरा भायंदर-वसई विरार पुलिस बल के अधिकारियों को नायगांव के एक आवासीय फ्लैट में देह व्यापार की गोपनीय खबर मिली थी। इसी जानकारी के आधार पर पुलिस टीम ने आवासीय फ्लैट में छापा मारा और तीन संदिग्ध एजेंटों को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया। उन्हाेंने बताया कि मौके पर नाबालिग लडक़ी को देह व्यापार में धकेला जा रहा था। गिरफ्तार किए गए तीन लोगों की पहचान मोहम्मद खालिद बापारी, जुबेर हारुन शेख और शमीन गफ्फार सरदार के रूप में हुई है, जो सभी बांग्लादेश के रहने वाले हैं। इस मामले में बचाई गई लडक़ी और महिला भी बांग्लादेश की रहने वाली हैं और कथित तौर पर उन्हें भारत में तस्करी करके लाया गया था और देह व्यापार के लिए मजबूर किया गया था। दोनों को रेस्क्यू फाउंडेशन के एक केंद्र में रखा गया है।
इन आरोपितों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 96 (बच्चे की खरीद-फरोख्त), 98 (वेश्यावृत्ति आदि के लिए बच्चे को बेचना), 143(3), 143(4) (मानव तस्करी) और 144 (तस्करी किए गए व्यक्ति का शोषण) सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसके साथ ही आरोपितों पर यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम और अनैतिक व्यापार (रोकथाम) अधिनियम के प्रावधानों के तहत भी मामला दर्ज किया गया है।