सिवान में 20 और सारण में 5 लोगों ने गवांई जान

-मुख्यमंत्री ने की उच्चस्तरीय समीक्षा

पटना, 17 अक्टूबर । बिहार में सिवान और सारण जिले में जहरीली शराब पीने से मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 25 हो गई है। जिला प्रशासन की तरफ से 25 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है। कई लोग अस्पताल में भर्ती हैं।

बिहार के पुलिस महानिदेशक आलोक राज ने बताया कि सारण-सिवान में जहरीली शराब पीने से अब तक 25 लोगों की मौत हुई है। सीवान में 20 और सारण में 5 लोगों की मौत की होने की सूचना है। इस मामले में पुलिस ने 12 लोगों को गिरफ्तार किया है। शराब माफिया के ऊपर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। निर्माण, भंडारण और सप्लाई करने वालों पर सख्त से सख्त कार्रवाई होगी। पटना मद्य निषेध विभाग के सचिव और पुलिस अधीक्षक को भी क्षेत्र में भेजा गया है। इन लोगों को निर्देशित किया गया है कि पूरी समस्याओं को देखें और एक विस्तृत कार्य योजना तैयार करें ताकि सब पर कारगर कार्रवाई की जा सके। मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है।

डीजीपी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि पर्व त्योहार के दौरान इस तरीके की घटना हमारे पुलिस -प्रशासन की चूक है। जिन लोगों के कारण यह चूक हो रही है उन्हें चिह्नित कर उचित कार्रवाई की जाएगी। दो अलग-अलग टीमों ने दोनों जिलों में छापेमारी की है। फॉरेंसिक टीम ने अहम नमूने भी जुटाए हैं। सारण और सिवान में 25 लोगों की जान चली गई है। कई लोगों की आंखों की रोशनी भी छिन गई है।

इस घटना को लेकर जो टीम गठित की गई है, उसमें एक टीम पुलिस महकमा के अंतर्गत गठित मद्यनिषेध इकाई की है, जिसका नेतृत्व एएसपी संजय झा कर रहे है। इसमें डीएसपी समेत 7 सदस्य हैं। दूसरी टीम उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग की है, जिसका नेतृत्व संयुक्त आयुक्त कृष्ण कुमार कर रहे हैं। इसमें उपायुक्त सुरेंद्र प्रसाद, संजय कुमार, दीनबंधु और आदित्य कुमार समेत पांच सदस्य शामिल हैं। दोनों टीमें अपने-अपने स्तर से पूरे मामले की तफ्तीश में जुट गई हैं। मौके पर पहुंच कर एफएसएल की टीम ने तमाम साक्ष्यों को एकत्र कर लिया है। इसकी जांच के बाद स्पष्ट हो जाएगा कि किस वजह से मौत हुई है। दोनों टीमों के नेतृत्व में आसपास के इलाकों में सघन छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने की जहरीली शराब कांड की उच्चस्तरीय समीक्षा

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीवान और सारण जिले में कल जहरीली शराब से हुई मौतों की इस घटना की उच्चस्तरीय समीक्षा की। समीक्षा के पश्चात् मुख्यमंत्री ने मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के सचिव को निर्देश दिया कि वे घटनास्थल पर जाकर पूरी स्थिति की जानकारी लेकर सभी बिन्दुओं पर सघन जांच करें। मुख्यमंत्री ने एडीजी (प्रोहिबिशन) की पूरी टीम को घटनास्थल पर जाकर उसकी सघन जांच कर इस कांड में संलिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिया कि पूरे घटनाक्रम की अपने स्तर से लगातार मॉनीटरिंग करते रहें और इस घटना के लिए जो भी दोषी हों, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करें।

मुख्यमंत्री ने राज्य के लोगों से अपील की कि शराब पीना बुरी बात है, यह लोगों को समझना चाहिए। शराब पीने से न सिर्फ स्वास्थ्य खराब होता है बल्कि परिवार और समाज में अशांति का माहौल भी उत्पन्न होता है। राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू है। इसका सभी लोग पालन कर रहे हैं। कुछ असामाजिक तत्व समाज में अशांति पैदा करना चाहते हैं, उनसे लोग सतर्क रहें।