नई दिल्ली, 04 अक्टूबर।
सेना के अनुसार चंगथांग बांध से पानी छोड़े जाने के कारण भी जलस्तर 15 से 20 फुट बढ गया । इसके कारण निकट के सैन्य प्रतिष्ठानों में खड़े सैन्य वाहन पानी और कीचड़ की चपेट में आ गये। इन प्रतिष्ठानों में तैनात 23 सैन्यकर्मियों के लापता होने की खबर है। सेना की ओर से कहा गया है कि अभी घटना के बारे में विस्तृत ब्योरे की प्रतीक्षा की जा रही है।
लापता सैनिकों का पता लगाने के लिए तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। सेना ने बताया है कि डिक्चू और टूंग में दो बांधों के भी क्षतिग्रस्त होने की खबर मिली है। सीमा सड़क संगठन के कर्मचारी क्षेत्र में फंसे लोगों को बचाने के लिए अभियान चला रहे हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सिक्किम के उत्तरी जिला प्रशासन ने मंगलवार देर रात तीस्ता नदी के जल स्तर में अचानक वृद्धि के मद्देनजर हाई अलर्ट जारी किया है। मंगन जिला पुलिस अधीक्षक सोनम डेटचू ने हाई अलर्ट की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि निचले इलाकों के सभी पुलिस थानों को अलर्ट पर रखा गया है और तीस्ता नदी के किनारे रहने वाले लोगों को उनकी सुरक्षा के लिए तत्काल ऊंचाई वाले इलाकों पर जाने की सलाह दी गई है।

ममता ने सैनिकों के लापता होने पर चिंता जताई
को सिक्किम में बादल फटने के बाद अचानक आई बाढ़ में 23 सैनिकों के लापता होने पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गहरी चिंता व्यक्त की है। सुश्री बनर्जी ने एक्स पर पोस्ट किया, “सिक्किम में बादल फटने के बाद अचानक आई बाढ़ में 23 सैनिकों के लापता होने की खबर सामने आने से बेहद चिंतित हूं।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “मैंने पहले ही अपने मुख्य सचिव को जल्द से जल्द आपदा प्रबंधन तैयारी उपायों का समन्वय करने के लिए कहा है।”
सुश्री बनर्जी ने बताया कि कलिम्पोंग, दार्जिलिंग और जलपाईगुड़ी जिलों से लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने के लिए हरसंभव कदम उठाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बचाव एवं राहत कार्यों की निगरानी के लिए राज्य के वरिष्ठ मंत्रियों और भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारियों को उत्तर बंगाल भेजा गया है। सुश्री बनर्जी ने कहा कि इस गंभीर आपदा में कोई जनहानि न हो, इसके लिए कड़ी निगरानी रखी जा रही है।