
हैदराबाद, 18 मई । पुराने शहर चारमीनार के पास गुलज़ार हाउस नामक एक बिल्डिंग में भीषण आग लगने 17 लोगों की मौत हुई है। दमकल की 11 गाड़ियों ने बड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। इस भीषण अग्निकांड में कई झुलसे लोगों को
अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अधिकारियों को संदेह है कि हादसा शॉर्ट सर्किट की वजह से हुआ है। इस अग्निकांड में 17 लोगों की मौत पर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने शाेक जताया है। केन्द्र सरकार ने मृतकाें के परिजनाें काे प्रधानमंत्री राहत काेष से दाे-दाे लाख रुपये और राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री राहत काेष से पांच-पांच लाख रुपये देने का ऐलान किया है। इसके साथ हीदाेनाें सरकाराें की ओर से घायलाें काे पचास-पचास हजार की मदद का भी ऐलान किया गया है।
पुलिस के अनुसार चारमीनार इलाके में गुलजार हाउस नामक एक बिल्डिग में रविवार को करीब सुबह 6 बजे आग लगने सूचना मिली। आग लगने की सूचना मिलते ही पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने राहत व बचाव कार्य शुरू किया। आग बिल्डिंग की पहली मंजिल पर लगी, जिसने बाद में विकराल रूप धारण कर लिया। घटना की जानकारी मिलने पर केन्द्रीयमंत्री किशन रेड्डी, राज्यमंत्री प्रभाकर और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी घटनास्थल पहुंच गए। फायर ब्रिगेड की 11 गाड़ियाें ने आग पर काबू पाया। फायर ब्रिगेड और पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद आग में फंसे लाेगाें काे बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया।इमारत के कई लोग दम घुटने से बेहोश हो गए।
पुलिस के अनुसार आठ लाेगाें की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि नाै लोगों ने इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ा। इसहादसे में मारे गए 17 लाेगाें में से सात बच्चे और चार महिलाएंं शामिल हैं। पुलिस के अनुसार इस अग्निकांड के मृतकों की पहचान राजेंद्र कुमार (67), अभिषेक मोदी (30), सुमित्रा (65), मुन्नीबाई (72), आरुषि जैन (17), शीतल जैन (37), इराज (2), हर्षाली गुप्ता (7), रजनी अग्रवाल, आन्या मोदी, पंकज मोदी, वर्षा मोदी, इद्दिकी मोदी, ऋषभ, प्रथम अग्रवाल और प्रह्लाद के अलावा एक अन्य के रूप में हुई है। घटना में मारे गए सभी लाेगाें के शवाें का उस्मानिया हॉस्पिटल पोस्टमार्टम के बाद शवाें को उनके परिजनों काे सौंप दिया गया।
पुलिस के अनुसार आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका है। हालांकि आशंका है कि इमारत में लगे एसी में शार्ट सर्किट की वजह से आग लगी होगी। घटना की सूचना मिलने पर स्थानीय विधायक व महापौर विजयलक्ष्मी, राज्य के पुलिस महानिदेशक फायर डीजी नागी रेड्डी, साउथ जोन डीसीपी स्नेहा मिश्रा और नगर पुलिस आयुक्त आनंद घटनास्थल का निरीक्षण किया। पीड़ितों का आरोप है कि दमकल विभाग ने बचाव कार्य शुरू करने में देरी करने से बड़ा हादसा हुआ। परिवार सूत्रों ने बताया है कि मृतक करीबी रिश्तेदार भी हैं, जाे गर्मियों की छुट्टी मनाने के लिए राजस्थान से हैदराबाद आए थे।
हैदराबाद की इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र माेदी ने दुख व्यक्त किया और पीड़ित परिजनाें के लिए मुआवजा का ऐलान किया।प्रधानमंत्री ने ‘एक्स’ पर एक पाेस्ट में कहा, ‘तेलंगाना के हैदराबाद में आग लगने की घटना में लोगों की मौत होने से बहुत दुखी हूं। अपने प्रियजनों को खोने वालों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपये तथा घायलों को 50-50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी
इस भीषण अग्निकांड पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने भी दुख जताया है। उन्होंने कहा कि यह दुखद है कि इस दुर्घटना में 17 लोगों की मौत हो गई। वे प्रभावित परिवारों के साथ खड़े हैं। रेड्डी ने फोन पर पीड़ित परिवार के सदस्यों से बात की और उन्हें सांत्वना दी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को घायलों को बेहतर चिकित्सा उपचार उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। राज्य सरकार की ओर से मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजे की घोषणा की गई है। उपमुख्यमंत्री भट्टी विक्रमार्क ने घोषणा की है कि प्रत्येक मृतक को पांच लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।
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