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राज्य सरकार और एनआरजी फाउंडेशन सक्रिय, विदेश मंत्रालय से लगातार संपर्क में
गांधीनगर, 22 जुलाई । बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति में वहां फंसे गुजरात के 14 छात्र स्वदेश लौट आए हैं। राज्य सरकार के भारतीय विदेश मंत्रालय के साथ समन्वय स्थापित करने के बाद ऐसा हो पाया है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने राज्य के प्रवासी गुजराती प्रतिष्ठान एनआरजी फाउंडेशन को तत्काल समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिए थे। एनआरजी फाउंडेशन ने बांग्लादेश में फंसे विद्यार्थियों के बारे में जानकारी लेने के लिए हेल्पलाइन नंबर 9978430075 घोषित किया है। इसके लिए ई-मेल आईडी [email protected] पर भी विवरण मंगवाना शुरू किया गया है।
बांग्लादेश में एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए गए विद्यार्थियों को वहां भड़की हुई हिंसा व अन्य घटनाओं के बीच अपने माता-पिता व परिवार तक सुरक्षित पहुंचाने की व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री पटेल ने गुजराती प्रतिष्ठान एनआरजी फाउंडेशन को निर्देश दिए थे। इस पर विद्यार्थियों के अभिभावकों-परिजनों ने एनआरजी फाउंडेशन का अपने-अपने बच्चों का विवरण दिया था। इस आधार पर एनआरजी फाउंडेशन ने भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के साथ सम्पर्क साधा और करीब 25 विद्यार्थियों को गुजरात लाने की व्यवस्था सुनिश्चित की।
इन प्रयासों के बाद भरूच जिले के 7, अहमदाबाद व भावनगर के 2-2, अमरेली, मेहसाणा तथा पाटण के 1-1 सहित कुल 14 छात्र बांग्लादेश से सुरक्षित स्वदेश लौट आए हैं। अब राज्य सरकार ने शेष 11 छात्रों को भी वापस लाने की कवायद शुरू की है। केन्द्रीय विदेश मंत्रालय ने बांग्लादेश की स्थिति के संदर्भ में एक एडवाइजरी जारी कर वहां बसने वाले भारतीय समुदाय के लोगों तथा छात्रों से लोकल ट्रैवल न करने तथा घर से बाहर कम से कम निकलने का अनुरोध किया है। विदेश मंत्रालय ने बांग्लादेश में किसी भी प्रकार की सहायता के लिए बांग्लादेश स्थित भारतीय उच्चायुक्त तथा सहायक उच्चायुक्त के 24 घंटे कार्यरत फोन नंबर घोषित किए हैं।