हुगली, 10 मई । हुगली जिले के मोगरा और बांसबेड़िया में शुक्रवार को आयकर विभाग के अधिकारियों ने कुछ व्यवसायियों के घर छापा मारा। जिन व्यवसायियों के घर आयकर विभाग का छापा पड़ा है, वे सभी तृणमूल कांग्रेस के करीबी बताए जा रहे हैं। तृणमूल कांग्रेस का दावा है कि इस छापेमारी के पीछे हुगली लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार लॉकेट चटर्जी का हाथ है। लॉकेट ने कहा कि जिन लोगों ने भ्रष्टाचार किया है उनको छोड़ा नहीं जाएगा।
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, शुक्रवार सुबह आयकर विभाग ने स्थानीय कारोबारी कमल दास, बैद्यनाथ साहा (चिकित्सक), सत्यरंजन शील (सोना), दिलप्रीत सिंह, अभिजीत घटक (टिंकू) समेत कई कारोबारियों के घरों और दफ्तरों पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान सीआरपीएफ के जवान भी मौजूद रहे।
उल्लेखनीय है कि लॉकेट ने तीन अप्रैल को इन व्यापारियों के खिलाफ आरोप लगाया था। उन्होंने दावा किया कि ये कारोबारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। वे भ्रष्टाचार का पैसा तृणमूल को देते हैं।
हुगली-श्रीरामपुर सांगठनिक जिला तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष अरिंदम गुइन ने सवाल पूछा, क्या बिजनेस करना अपराध है? फिर तृणमूल कांग्रेस के करीब रहना गुनाह है? लॉकेट चटर्जी पहले से ही केंद्रीय एजेंसियों की धमकी लगातार देती रही हैं। इन घटनाओं से स्पष्ट है कि केंद्रीय एजेंसियां भाजपा के लिए काम कर रही हैं। जहां तक बिजनेसमैन कि बात है तो चुनावी बांड क्या है। भाजपा ने कारोबारियों से कितना पैसा लिया है?