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नई दिल्ली, 1 जनवरी । दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर एक एनआरआई यात्री से व्हीलचेयर सेवा के लिए 10,000 रुपये वसूलने का मामला प्रकाश में आया है। रेलवे ने अपने आरोपित कुली (लाइसेंसी पोर्टर) का लाइसेंस रद्द करने के साथ ही पीड़ित को राशि भी वापस करवा दी। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि यदि उन्हें किसी भी प्रकार की समस्या का सामना करना पड़े तो तुरंत रेलवे हेल्पलाइन नंबर 139 पर संपर्क करें।
उत्तर रेलवे के सीपीआरओ हिमांशु शेखर के अनुसार 28 दिसंबर को हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर रेलवे के एक लाइसेंसी पोर्टर द्वारा एनआरआई यात्री को व्हीलचेयर से प्लेटफॉर्म तक पहुंचाने के एवज में 10 हजार रुपये लेने का मामला प्रकाश में आया। इस पर दिल्ली मंडल के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपित लाइसेंसी पोर्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की। डीआरएम ने कड़ी प्रशासनिक और कानूनी कार्रवाई की। नतीजतन, उसका बिल्ला वापस ले लिया गया। इसके अलावा मामले में हस्तक्षेप करके यात्री को 90 प्रतिशत राशि वापस करवा दी गई।
उत्तर रेलवे ने कहा कि रेलवे प्रशासन यात्री हित को सर्वोपरि मानता है और ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेगा। रेलवे प्रशासन ऐसी घटनाओं के प्रति शून्य सहिष्णुता की पालिसी रखता है।
रेलवे ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि रेलवे यात्रियों को सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस तरह की घटनाएं रेलवे की छवि को धूमिल करती हैं और यात्रियों के विश्वास को कमजोर करती हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि ऐसे मामलों में दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।