
पलामू, 16 जुलाई । जिले में लगातार हो रही बारिश को देखते हुए बुधवार को उपायुक्त कार्यालय में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता प्राधिकार की अध्यक्ष सह उपायुक्त समीरा एस ने की।
बैठक में लगातार हो रही बारिश से उत्पन्न हालात पर चर्चा की गयी। बैठक में गुरुवार को जिले के सभी विद्यालयों को बंद रखने का निर्णय लिया गया। बीडीओ-सीओ को लगातार निगरानी करने का निर्देश दिया गया।
उपायुक्त ने सहायक नगर आयुक्त को शहर में जगह-जगह होने वाले जल जमाव को मोटर पंप के जरिये पानी निकासी को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिया।
साथ ही एक अलग से डेडीकेटेड टीम को लगाने की बात कही।
उपायुक्त ने कहा कि अगर कहीं पेड़ गिर जाता है तो उसे हटाने की भी मुकम्मल व्यवस्था किया जाना चाहिये। उपायुक्त ने बारिश के मद्देनजर सिविल सर्जन को डेंगू-चिकनगुनिया को फैलने से रोकने को लेकर सारी व्यवस्था दुरुस्त रखने को कहा।
एसपी रीष्मा रमेशन ने बताया कि नदी किनारे लोगों को नदी के समीप नहीं जाने को लेकर अनाउंसमेंट किया जा रहा है। पर्याप्त पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति भी की गयी है।
सांप काटने और जल जनित बीमारियों को लेकर भी चर्चा की गयी। इस दौरान पाया गया कि ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी लोग अंधविश्वास के कारण सांप काटने के बाद घरेलू उपचार और झाड़-फूंक में अपना कीमती समय बर्बाद कर देते हैं। इससे कारण उनकी मृत्यु हो जाती है। सिविल सर्जन और जिला जनसंपर्क पदाधिकारी को आपस में बेहतर समन्वय स्थापित करते हुए इस विषय पर लोगों को जागरूक करने का निर्णय लिया गया।
आपदाओं से प्रभावितों की सहायता राशि की स्वीकृति
वित्तीय वर्ष 2025-26 में प्राप्त अभिलेखों के विरुद्ध संबंधित अंचल अधिकारियों को प्रभावितों को सहायता राशि उपलब्ध कराई गई। इसमें वज्रपात से मृत नौ व्यक्तियों के आश्रितों के लिए 36 लाख, वज्रपात से मृत दो पशुओं के प्रभावितों के लिये 69 हज़ार पांच सौ, नदी में डूबने से मृत छह व्यक्तियों के आश्रितों को 24 लाख, सर्पदंश से मृत छह व्यक्तियों के आश्रितों को 24 लाख एवं सड़क दुर्घटना में मृत 41 व्यक्तियों के आश्रितों को 41 लाख रुपये की राशि की घटनोत्तर स्वीकृति पर चर्चा की गयी।
बैठक में वन प्रमंडल पदाधिकारी, अपर समाहर्ता कुंदन कुमार, जिला आपदा प्रमंडल पदाधिकारी जयराम सिंह यादव, सिविल सर्जन डा अनिल श्रीवास्तव, सहायक नगर आयुक्त विश्वजीत मेहता सहित अन्य उपस्थित रहे।