कोलकाता, 06 अप्रैल । रामनवमी के पावन अवसर पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सभी को शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, “रामनवमी के अवसर पर सभी को हार्दिक शुभकामनाएं। मैं सभी से अनुरोध करती हूं कि शांति, समृद्धि और सभी के विकास के मूल्यों को बनाए रखें। रामनवमी का उत्सव सफलतापूर्वक और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो, यही मेरी शुभकामना है।”

इधर, बीते वर्षों में रामनवमी के दौरान हुई हिंसा को ध्यान में रखते हुए पश्चिम बंगाल सरकार ने इस वर्ष सुरक्षा व्यवस्था को और भी कड़ा कर दिया है। राज्य सरकार ने संवेदनशील इलाकों में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए व्यापक तैयारी की है।

राज्यभर में 29 वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों को तैनात किया गया है, जो दस प्रमुख इलाकों की निगरानी करेंगे। इनमें चार जिला पुलिस क्षेत्र और छह पुलिस कमिश्नरेट शामिल हैं — हावड़ा, बैरकपुर, चंदननगर, मालदा, इस्लामपुर, आसनसोल-दुर्गापुर, सिलीगुड़ी, हावड़ा ग्रामीण, मुर्शिदाबाद और कूचबिहार।

कोलकाता में ही लगभग तीन हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है ताकि त्योहार के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।

राज्य पुलिस ने व्यापक सुरक्षा रणनीति अपनाई है, जिसमें शामिल हैं :

संवेदनशील इलाकों में निगरानी के लिए ड्रोन, क्विक रिस्पॉन्स टीमें, हेवी रेडियो फ्लाइंग स्क्वॉड, पीसीआर वैन और अतिरिक्त बलों की तैनाती।

प्रमुख स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और ऊंची इमारतों पर सादे कपड़ों में अधिकारी तैनात किए गए हैं ताकि हर गतिविधि पर नजर रखी जा सके।

छोटे धार्मिक जुलूसों के साथ पुलिस एस्कॉर्ट दल चलेंगे, जिनके पास बॉडी कैमरा होगा।

हर जुलूस की निगरानी के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को प्रत्यक्ष जिम्मेदारी सौंपी गई है ताकि किसी भी स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि “हर जगह कड़ी निगरानी रखी जाएगी” और राज्य सरकार ने शांति भंग करने वालों के प्रति “शून्य सहिष्णुता” की नीति अपनाई है।

सावधानी के तौर पर, छह अप्रैल को कोलकाता शहर में दोपहर 12 बजे से रात 12 बजे तक मालवाहक ट्रकों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। केवल आपातकालीन और जल्दी खराब होने वाली वस्तुएं जैसे दवाइयां, ऑक्सीजन, फल-सब्जियां, मछली, दूध, एलपीजी सिलेंडर और पेट्रोलियम उत्पादों से जुड़े वाहन ही इस रोक से मुक्त रहेंगे।

इसके अलावा, राज्य के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) जावेद शमीम ने पहले ही आदेश जारी कर दिया था कि नौ अप्रैल तक किसी भी पुलिसकर्मी को अवकाश नहीं दिया जाएगा, ताकि पूरे राज्य में अधिकतम पुलिस उपस्थिति सुनिश्चित की जा सके।