मधुबनी, दरभंगा और समस्तीपुर जिले में कृषि का होगा कायाकल्प

पटना, 15 जुलाई । राज्यसभा सदस्य और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय कुमार झा ने मंगलवार को कहा

कि पश्चिम कोसी नहर के विस्तार से बिहार के किसान खुशहाल होंगे।

राज्यसभा सदस्य संजय कुमार झा मिथिला में पश्चिमी कोसी नहर के विस्तारीकरण, पुनर्स्थापन एवं आधुनिकीकरण की 8,678.29 करोड़ रुपये (प्राइस लेवल जून 2025) की महत्वाकांक्षी परियोजना को आज राज्य मंत्रिमंडल की ओर से मंजूरी मिलने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और इस परियोजना में केंद्र सरकार की ओर से वित्तीय सहयोग के फैसले के लिए प्रधानमंत्री के प्रति आभार जताया है।

संजय कुमार ने बताया कि इस परियोजना के अंतर्गत कुल 741 किलोमीटर लंबी नहरों की सीमेंट-कंक्रीट लाइनिंग की जाएगी। नहर पक्की हो जाने से मधुबनी और दरभंगा जिले में रबी और खरीफ दोनों फसल सीजन में यानी सालोभर बिना किसी रुकावट के नहरों के अंतिम छोर तक सिंचाई के लिए पर्याप्त जल पहुंचेगा। इस परियोजना की वार्षिक सिंचन क्षमता 2 लाख 91 हजार हेक्टेयर से अधिक है। इससे दोनों जिलों में कृषि का कायाकल्प हो जाएगा। इसके साथ ही नहर के एक किनारे के तटबंध पर कुल 338 किलोमीटर लंबी सड़कों का निर्माण कराया जाएगा। इससे दोनों जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों में आवागमन और सुगम हो जाएगा।

राज्यसभा सदस्य संजय कुमार, जो सिंचाई संबंधी स्थाई संसदीय समिति के सदस्य भी हैं, उन्होंने बताया कि इस परियोजना के तहत पश्चिमी कोसी मुख्य नहर के नेपाल भूभाग में स्थित 0.00 किलोमीटर से 35.13 किलोमीटर तक और भारतीय भूभाग में आवश्यकतानुसार पश्चिमी कोसी मुख्य नहर एवं इसकी वितरण प्रणालियों की लाइनिंग (पक्कीकरण) कराई जाएगी। इसके साथ ही अतिरिक्त 58,658 हेक्टेयर कृषि योग्य कमांड क्षेत्र के सृजन के उद्देश्य से उगनाथ शाखा नहर, विदेश्वरस्थान शाखा नहर और काकरघाटी शाखा नहर का विस्तार कराया जाएगा।

उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त परियोजना के तहत कुल 990 नई संरचनाओं का निर्माण कराया जाएगा, जबकि 763 संरचनाओं की मरम्मति कराई जाएगी। इनमें 260 पुलों के निर्माण और 407 पुलों की मरम्मति, 558 रेगुलेटर्स के निर्माण जबकि 218 की मरम्मति, 158 क्रॉस ड्रेनेज स्ट्रक्चर्स के निर्माण जबकि 127 की मरम्मति, 11 नये फॉल्स के निर्माण जबकि 11 की मरम्मति और 3 प्रोटेक्शन वर्क का प्रस्ताव है। सैकड़ों पुलों के निर्माण से नहर के दोनों ओर आवागमन सुगम हो जाएगा।

उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक कार्य से दरभंगा जिला अंतर्गत अलीनगर, बहेड़ी, बिरौल, घनश्यामपुर, गौड़ाबौराम, हनुमान नगर, किरतपुर, कुशेश्वरस्थान, कुशेश्वरस्थान पूर्वी, हायाघाट, तारडीह, मनीगाछी, केवटी, दरभंगा सदर, बेनीपुर और बहादुरपुर (कुल 16 प्रखंड) तथा मधुबनी जिला अन्तर्गत लौकही, खुटौना, घोघरडीहा, फुलपरास, बाबूबरही, अंधराठाढ़ी, झंझारपुर, मधेपुर, लखनौर, खजौली, लदनियां, लौकहा, राजनगर, पंडौल, कलुआही, रहिका, बेनीपट्टी, बिस्फी, बासोपट्टी, हरलाखी एवं मधवापुर (कुल 20 प्रखंड) के कुल करीब 24 लाख लोग लाभान्वित होंगे।

उन्होंने कहा कि इस महत्वाकांक्षी परियोजना को अंजाम तक पहुंचाने में सहयोग के लिए राज्य के जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी का भी आभारी हूं। पश्चिमी कृषि नहर परियोजना को राज्य मंत्रिमंडल से मंजूरी मिलने से एक बड़ा सपना सच हुआ है, जिससे अगले तीन-चार वर्षो में मिथिला में कृषि के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव देखने को मिलेगा।