– व्यापारिक संबंध पूरी तरह ख़त्म होने के बाद दवा और चीनी के लिए भी तरस जाएगा आतंकिस्तान

नई दिल्ली, 24 अप्रैल । पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार पाकिस्तान को व्यापार के मोर्चे पर भी करारा झटका देने के मूड में है। सिंधु जल संधि को निलंबित करने और पाकिस्तानियों का वीजा रद्द करने जैसे कड़े फैसले लेने के बाद अब भारत सरकार दोनों देशों के बीच अनौपचारिक चैनल के जरिये अभी भी जारी व्यापार (इनडायरेक्ट ट्रेड) पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी है।

वाणिज्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव स्तर के एक अधिकारी के अनुसार अगले एक-दो दिन में ही पाकिस्तान से होने वाले इंपोर्ट और पाकिस्तान को होने वाले एक्सपोर्ट दोनों पर पूरी तरह से रोक लगाई जा सकती है। इसके लिए मंत्रालय की ओर से इंटरनल नोट तैयार कर लिया गया है। भारत और पाकिस्तान के बीच के व्यापारिक संबंध पहले ही न्यूनतम स्तर पर हैं। दोनों देशों के बीच आधिकारिक तौर पर व्यापार प्रतिबंध लागू है। इसके बावजूद कुछ खास चीजों के लिए अभी भी दोनों देश अनौपचारिक चैनल के जरिए एक दूसरे के साथ व्यापारिक संबंध बनाए हुए हैं। भारत पाकिस्तान से कुछ खास तरह के फल और मेवा (ड्राई फ्रूट) का आयात करता है। इसी तरह पाकिस्तान को अनौपचारिक चैनल के जरिए भारत कुछ खास दवाओं और चीनी निर्यात करता है।

अगर दोनों देशों के बीच के व्यापारिक संबंध और टर्नओवर की बात करें तो 2018-19 में दोनों देशों के बीच का व्यापार 2.56 बिलियन डॉलर के स्तर तक पर था। इसमें भारत ने 495 मिलियन डॉलर का समान पाकिस्तान से आयात किया था, जबकि 2.06 बिलियन डॉलर का सामान पाकिस्तान को निर्यात किया था। हालांकि, इसके बाद दोनों देशों के बीच का प्रत्यक्ष व्यापारिक संबंध (डायरेक्ट ट्रेड) न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया। 2020-21 में भारत का पाकिस्तान को निर्यात 329 मिलियन डॉलर के स्तर तक गिर गया। हालांकि, अनौपचारिक चैनल (इनडायरेक्ट ट्रेड) के जरिए पाकिस्तान ने 2023-24 में भारत से 258.20 मिलियन डॉलर का सामान मंगाया था।

जानकारों का कहना है कि केंद्र सरकार दोनों देशों के बीच के व्यापारिक संबंध के इस अनौपचारिक चैनल को भी पूरी तरह से प्रतिबंधित करने की बात पर विचार कर रही है। ऐसा होने से पाकिस्तान के सामने दूसरे देशों से ऊंची दर पर जीवन रक्षक दवाइयां और चीनी खरीदने की मजबूरी बन जाएगी। जहां तक पाकिस्तान से आने वाले ड्राई फ्रूट्स और कुछ खास तरह के फलों की बात है, तो भारत को इनकी आपूर्ति अन्य देशों से भी सहजतापूर्वक हो सकती है। इसलिए पाकिस्तान के साथ व्यापारिक संबंध को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर देने के बाद भी भारत को कोई परेशानी नहीं होगी, लेकिन पाकिस्तान को इसकी वजह से करारा झटका लग सकता है।