कोलकाता, 12 जुलाई। वरिष्ठ टीएमसी नेता और विधायक मदन मित्रा ने कहा है कि गिरफ्तार पार्टी नेता जयंत सिंह के खिलाफ बोलने के बाद उन्हें एक धमकी भरी फोन कॉल मिला है। एक दिन पहले पार्टी सांसद सौगत रॉय ने भी इसी तरह की धमकी भरा कॉल आने की शिकायत की थी।
रॉय ने दावा किया था कि उन्हें एक फोन कॉल आया जिसमें कॉलर ने धमकी दी कि अगर सिंह को जल्द रिहा नहीं किया गया तो उन्हें मार दिया जाएगा।
इसके बाद अब मदन मित्रा ने गुरुवार शाम दावा किया है, “बुधवार देर रात, मुझे एक अज्ञात नंबर से फोन आया। व्यक्ति ने दावा किया कि अगर मैंने सिंह और उसके गिरोह के खिलाफ बोलना बंद नहीं किया तो मुझे गोली मार दी जाएगी।” टीएमसी नेता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
जयंत सिंह, जो पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के अरियादाहा के टीएमसी नेता हैं, 30 जून को हुई भीड़ हिंसा की घटना में प्रमुख संदिग्ध हैं और उन्हें पिछले सप्ताह पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
अरियादह दमदम लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है। सौगत रॉय यहीं से सांसद हैं। मदन मित्रा स्थानीय टीएमसी विधायक हैं।
सिंह को 30 जून को एक कॉलेज के छात्र और उसकी मां पर हमला करने के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था। एक वीडियो क्लिप में दिखाया गया कि लोगों का एक समूह दोनों को पीट रहा है, जो वायरल हो गया था। उस समूह का नेतृत्व जयंत सिंह ही कर रहे थे।
इसके बाद दो साल पुराना एक और वीडियो क्लिप वायरल हुआ जिसका स्वतः संज्ञान लेकर पुलिस ने उनके खिलाफ मामला भी दर्ज किया। इसमें अरियादाहा में लोगों के एक समूह द्वारा एक लड़की को पीटते हुए दिखाया गया है। इसमें भी जयंत सिंह नजर आ रहा है। इन दोनों घटनाओं में जयंत सिंह सहित उसके सात सहयोगियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
सिंह, जिन्हें 2023 में एक अन्य मामले में गिरफ्तार किया गया था और उन्हें आगे किसी भी अवैध गतिविधि में शामिल न होने की शर्त पर जमानत मिली थी, अब इस शर्त के उल्लंघन के लिए अतिरिक्त आरोपों का सामना कर रहे हैं।