मीरजापुर, 14 जनवरी। विंध्याचल महुवारी कला स्थित देवरहा बाबा आश्रम के देवरहा हंस बाबा ने कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि जिसके मुख(कांग्रेस) से कभी श्रीराम का नाम नहीं निकला,वो रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा में कैसे जायेंगे। यह बातें उन्होंने हिन्दुस्थान समाचार प्रतिनिधि से विशेष बातचीत में कही।
उन्होंने कहा कि परमपूज्य देवरहा बाबा ने तो पहले ही कह दिया था कि श्रीराम जन्मभूमि प्रभु श्रीराम की है और राम की होकर रहेगी। देवरहा बाबा दूरदर्शी, त्रिकालज्ञ थे। वह जानते थे, यह भगवान राम के हैं और भगवान राम इनको स्वीकार करेंगे।
उल्लेखनीय है कि श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा (22 जनवरी 2024) इतिहास के पन्नों में दर्ज हो जाएगा। प्राण प्रतिष्ठा के बाद भगवान श्रीराम अपने भव्य मंदिर के मूल गर्भगृह में विराजमान होंगे। इसको लेकर रामनगरी में भव्य तैयारियां चल रही है और देश-दुनिया राममय है।
अयोध्या में श्रीराम मंदिर के उद्घाटन और रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए जहां देश भर के विभिन्न राजनीति दलों के नेताओं को न्योता मिला है तो वहीं देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने से इन्कार कर दिया है। इस पर देवरहा हंस बाबा ने कांग्रेस पार्टी पर कड़ा प्रहार किया है।
अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह का हिस्सा बनने से कांग्रेस का इन्कार
गौरतलब है कि विश्व हिन्दू परिषद ने सभी पार्टी अध्यक्षों को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आने का न्योता भेजा था। कांग्रेस की सोनिया गांधी,कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे और अधीर रंजन चौधरी को भी निमंत्रण भेजा था,लेकिन कांग्रेस ने 22 जनवरी को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में यह कहते हुए इसका हिस्सा बनने से मना कर दिया कि यह आरएसएस (राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ) का कार्यक्रम है।
कांग्रेस पार्टी का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ ने राम मंदिर को एक ‘राजनीतिक परियोजना’ बना दिया है और अर्द्धनिर्मित मंदिर का चुनावी लाभ के लिए उद्घाटन किया जा रहा है।