‘शब्दाक्षर’, काव्य-अनुष्ठान, ‘Shabdakshar,  poetry ritual

ओेंकार समाचार

लखनऊ, 9 जनवरी।  नववर्ष के उपलक्ष्य में ‘शब्दाक्षर’ की उ.प्र समिति एवं लखनऊ जिला समिति की ओर से रविवार को  विकल्पखण्ड, गोमतीनगर लखनऊ में काव्य-सम्मेलन का आयोजन किया गया। संगठन के लखनऊ जिला अध्यक्ष संतोष हिन्दवी के संयोजन में आयोजित इस कार्यक्रम में असम से आए ‘शब्दाक्षर’ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सत्येन्द्र सिंह ‘सत्य’ को विशिष्ट अतिथि तथा सत्येन्द्र कुमार रघुवंशी को मुख्य अतिथि के रूप में सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर ‘शब्दाक्षर’ की प्रदेश साहित्य मंत्री डॉ.सुमन सुरभि को उनके मौलिक काव्य सृजन के लिए शब्दाक्षर अलंकरण” सम्मान से सम्मानित किया गया।

कवि सम्मेलन की शुरुआत डॉ.सुमन सुरभि ने सरस्वती वंदना से की।

काव्यपाठ की शुरुआत रजनी श्रीवास्तव ने  अपनी कविता “मील के पत्थरों को मीलों दूर से दिख रहा हूँ, मैं पथिक हूँ राह के कंकड़ गिन रहा हूँ ” से की। कवि सम्‍मेलन में कानपुर के अनुराग सैनी, लखनऊ से आए अनमोल भास्कर, श्रीमती माधुरी मिश्रा ‘मधु’  उदय भान पाण्डेय ‘प्रेमी’, साधना मिश्रा ‘विन्ध्य’, श्रीमती विभा रंजन सिंह, श्रीमती स्मिता सिंह,  अशोक सिह राठौर , शीला वर्मा ‘मीरा’,  भ्रमर बैसवारी, सच्चिदानंद तिवारी ‘शलभ,  डा.सुमन सुरभि ,  “संतोष हिन्दवी”, सत्येन्द्र सिंह ‘सत्य, .रवि प्रताप सिंह,  सत्येन्द्र कुमार रघुवंशी आदि ने अपनी रचनाएं प्रस्‍तुत की ।

समारोह के अध्यक्ष तथा उत्तर प्रदेश उपाध्यक्ष  संजय त्रिपाठी  ने  अपनी कविता ” कोटि-कोटि सपने हो रहे साकार अयोध्या में, पढ़ने के साथ-साथ अध्यक्षीय उद्बोधन भी प्रस्तुत किया। अंत में ‘शब्दाक्षर’ संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि प्रताप सिंह के शुभकामना सन्देश का वाचन हुआ।