फिर हुई ईडी अधिकारियों को घेरने की कोशिश
केंद्रीय बलों ने लाठी चार्ज कर बचाया
कोलकाता / बनगांव (उत्तर 24 परगना), 06 जनवरी । राशन वितरण भ्रष्टाचार के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने 17 घंटे की पूछताछ के बाद तृणमूल कांग्रेस के एक और नेता शंकर आद्य को शुक्रवार रात गिरफ्तार कर लिया। बनगांव स्थित आवास से शंकर की गिरफ्तारी के बाद जब ईडी के अधिकारी उसे लेकर सीजीओ कंपलेक्स के लिए रवाना हो रहे थे तब स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। लोगों ने ईडी अधिकारियों को घेरने की कोशिश की लेकिन सुरक्षा के लिए साथ मौजूद केंद्रीय बलों ने लाठीचार्ज कर उन्हें खदेड़ दिया जिसके बाद केंद्रीय एजेंसी की टीम शंकर को लेकर कोलकाता पहुंची।
प्रारंभिक तौर पर पता चला है कि शुक्रवार देर रात तकरीबन 12:30 बजे जब ईडी के अधिकारी शंकर आद्य को गिरफ्तार करने के बाद घर से बाहर निकले तो महिलाओं के एक समूह ने ईडी की गाड़ी के सामने प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। वे ईडी के अधिकारियों और केंद्रीय बलों के जवानों के खिलाफ भी नारे लगा रही थीं। प्रारंभिक तौर पर बताया गया है कि एक गाड़ी पर पथराव भी किया गया। शंकर आद्य के समर्थकों ने बार-बार कार रोकने की कोशिश की।
पत्नी-बेटी ने कहा – फंसाया जा रहा है
उत्तर 24 परगना के बनगांव के पूर्व मेयर शंकर को जब अस्पताल ले जाया गया तो उनके चेहरे पर मास्क, जैकेट और ट्राउजर पहने हुए थे। केंद्रीय जांच अधिकारियों से घिरी कार में वह सवार हुए लेकिन उन्होंने अपनी गिरफ़्तारी पर कोई टिप्पणी नहीं की।
इस बीच शंकर की बेटी ने दावा किया है कि उनके पिता को फंसाया गया है। शंकर की पत्नी ज्योत्सना ने अपने पति की गिरफ्तारी पर कहा, ‘शुक्रवार सुबह साढ़े सात बजे से तलाश चल रही थी, अधिकारी पूरे दिन व्यावसायिक दस्तावेज़ देखते रहे हैं। हमने हर तरह से सहयोग किया। रात करीब 12 बजे अचानक एक अधिकारी आये। उन्होंने एक कागज दिखाते हुए कहा, यह ज्योतिप्रिय मलिक का पत्र है। उसी आधार पर उसे (शंकर को) गिरफ्तार किया जा रहा है। उन्हें झूठे मामले में फंसाया गया है।’
सीजीओ कॉम्प्लेक्स से बाहर निकलते समय शंकर की पत्नी ज्योत्सना ने कहा कि उनके पति को गिरफ्तार करने से पहले ईडी के एक अधिकारी ने कहा था कि गिरफ्तार मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक ने उनका नाम लिया था। हालांकि, ज्योत्सना का दावा है कि उसके पति को झूठे मामले में फंसाया जा रहा है। उनके मुताबिक, शंकर राजनीतिक कारणों से ज्योतिप्रिय के संपर्क में थे।
वहीं शंकर की बेटी ने कहा कि यह जरूर कोई साजिश है राजनीतिक रूप से फंसाया जा रहा है। पिता के साथ कोई लेनदेन (अवैध वित्तीय लेनदेन) नहीं है। मेरी दलील है कि निष्पक्ष सुनवाई होनी चाहिए।
शंकर एक समय जिले की राजनीति में ज्योतिप्रिय मलिक के करीबी माने जाते थे। ज्योतिप्रिय अब राशन घोटाले में गिरफ्तार हो चुके हैं और ईडी की हिरासत में हैं। ज्योत्सना ने कहा, ‘ज्योतिप्रिय मलिक पार्टी के जिला अध्यक्ष थे। उनसे संपर्क तो रहेगा ही।
शंकर के ठिकाने से मिली नगदी
ईडी सूत्रों के मुताबिक, शंकर के ससुराल वालों की तलाशी के बाद करीब साढ़े आठ लाख रुपये बरामद हुए हैं। ईडी के मुताबिक संदिग्ध लेनदेन के संबंध में भी जानकारी मिली है।
ईडी ने शुक्रवार सुबह करीब 7:30 बजे बनगांव के शिमुलतला स्थित शंकर के ससुराल वालों के यहां छापा मारा। तलाशी करीब एक घंटे तक चली। बाद में केंद्रीय जांच एजेंसी के सात अधिकारी शंकर के घर गये। इसके बाद ईडी की एक टीम दोबारा उनके ससुराल गयी। रात साढ़े नौ बजे तक वहां तलाश जारी रही। वहीं से नगदी बरामद की गई। इसके बाद ईडी के अधिकारी दोबारा शंकर के घर गए। रात करीब 12:30 बजे वहां से शंकर को गिरफ्तार कर लिया गया।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार सुबह ईडी के जांच अधिकारी संदेशखाली में राशन भ्रष्टाचार मामले की जांच करने शेख शाहजहां के घर गये थे। सीआरपीएफ के 32 जवान भी मौजूद थे। इन सबके बीच करीब एक हजार लोगों की भीड़ ने ईडी अधिकारियों और सेंट्रल फोर्स के जवानों को घेर लिया और उनपर हमला कर दिया। किसी तरह ईडी अधिकारियों और केंद्रीय बल के जवानों ने अपनी जान बचाई। इस घटना में ईडी के तीन अधिकारी घायल हो गए हैं