नई दिल्ली, 8 अगस्त । बचपन में दादा-दादी या नाना-नानी या मां-पिता के मुंह से सुनी कहानियों से मिले संस्कार बाल मन पर गहरा प्रभाव डालते हैं।यह कहानियां जीवन को गढ़ने और उनमें संस्कार भरने और भावना पैदा करने का काम करती हैं। उन कहानियों को नए तरीके से प्रस्तुत करने के लिए सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने एक नई पहल की है। टेलीविजन के माध्यम से बच्चों के बीच सबसे चर्चित किरदार छोटा भीम की भूमिका के जरिए उन कहानियों औरलोक कथाओं को कॉमिक रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के प्रकाशन विभाग ने शुक्रवार को नई दिल्ली के भारत मंडपम में चल रहे पुस्तक मेले में छोटा भीम कॉमिक श्रृंखला का अनावरण किया।

ग्रीन गोल्ड एनिमेशन प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से विकसित यह कॉमिक श्रृंखला ढोलकपुर के काल्पनिक राज्य में एक बहादुर और दयालु बालक भीम के कारनामों पर आधारित है। भारतीय संस्कृति से प्रेरित मित्रता, साहस, टीम वर्क और नैतिक मूल्यों पर आधारित प्रचलित लोककथाओं को ही छोटा भीम की रोचक भूमिका के माध्यम से इन कॉमिक में प्रदर्शित किया गया है।

इस अवसर पर प्रकाशन विभाग के प्रधान महानिदेशक भूपेंद्र कैंथोला ने कहा कि आज के समय में बच्चों का भारतीय संस्कृति से जुड़ाव होना आवश्यक है। पहले के दौर में दादा-दादी या बड़े-बुजुर्ग अपने बच्चों को लोक कहानियां सुनाया करते थे। बदलते दौर और एकल होते परिवार के चलते अब वक्त बदला है। इसलिए प्रकाशन विभाग ने देश के कोने कोने से उन कहानियों को शामिल किया है जिसमें सामाजिक, नैतिक जिम्मेदारियों की सीख मिले। भारतीय कहानियां मूल्यों और साहस का संदेश देते ही हैं, इसलिए उन्हें हर कोने तक पहुंचना चाहिए। बच्चों का इनके प्रति सहज आकर्षण हो, इसलिए छोटा भीम के माध्यम से इन कहानियों को प्रस्तुत कराया गया है।

इस मौके पर ग्रीन गोल्ड एनिमेशन प्राइवेट लिमिटेड के संस्थापक और सीईओ राजीव चिलका ने कहा कि भारत सरकार वेव्स 2025 जैसी पहलों के माध्यम से एनीमेशन, विज़ुअल इफेक्ट्स, गेमिंग और कॉमिक्स में भारतीय कंटेंट निर्माण को सक्रिय रूप से बढ़ावा दे रही है। सरकार के निरंतर समर्थन के साथ, भारत एनिमेशन, कॉमिक्स के क्षेत्रों में एक वैश्विक नेता के रूप में उभरने के लिए तैयार है।