
पश्चिम सिंहभूम, 8 अगस्त । जिले के कराईकेला में बिजली विभाग की लापरवाही से घायल हुए और इलाज के दौरान दम तोड़ने वाले बिजली मिस्त्री श्याम सुंदर रजक की मौत से गुस्साए परिजनों और स्थानीय नेताओं ने शुक्रवार को चाईबासा-रांची मुख्य मार्ग जाम कर दिया। वे दोषियों पर कार्रवाई और मुआवजे की मांग पर अड़े हुए थे।
चक्रधरपुर प्रखंड के कराईकेला थाना क्षेत्र में बीते दिनों बिजली कार्य के दौरान करंट लगने से गंभीर रूप से घायल हुए बिजली मिस्त्री श्याम सुंदर रजक की गुरुवार को टाटा मुख्य अस्पताल में मौत हो गई थी। लोगों की ओर से सडक जाम करने से सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और यातायात घंटों प्रभावित रहा।
जाम में शामिल लोग बिजली विभाग के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे और दोषी कर्मचारी शंभू विश्वकर्मा पर कठोर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। परिजनों का कहना था कि विभागीय लापरवाही के कारण श्याम सुंदर की जान गई और अब परिवार को न्याय और आर्थिक सहायता मिलनी चाहिए।
सूचना पाकर कराईकेला और बंदगांव के स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों और नेताओं से बात कर जाम हटाने का अनुरोध किया। काफी देर तक चली बातचीत के बाद अधिकारियों ने दोषी कर्मी के विरुद्ध विभागीय जांच कर कार्रवाई करने और मृतक के परिजनों को मुआवजा दिलाने का लिखित आश्वासन दिया। इसके बाद जाम समाप्त किया गया।
श्याम सुंदर रजक की मां दुर्गा मुनी रजक पहले ही थाना में आवेदन देकर आरोप लगा चुकी हैं कि फीडर संचालन की जिम्मेदारी संभाल रहे विभागीय कर्मचारी ने बिना सूचना के लाइन चालू कर दी थी, जिससे उनका बेटा 11 हजार वोल्ट करंट की चपेट में आ गया। परिजनों का कहना है कि यदि सुरक्षा मानकों का पालन किया गया होता, तो यह हादसा टल सकता था।