
कोलकाता, 08 अगस्त । भाजपा शासित राज्यों में काम कर रहे बांग्लाभाषी प्रवासी मजदूरों के कथित उत्पीड़न को लेकर जारी राजनीतिक घमासान के बीच पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने शुक्रवार को उम्मीद जताई कि यह मामला संतोषजनक तरीके से सुलझ जाएगा। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा मुद्दा है, जिस पर राष्ट्रीय स्तर पर ध्यान दिया गया है। हम परिपक्व लोकतंत्र हैं और ऐसे मामलों का समाधान संतोषजनक तरीके से कर सकते हैं। इस दिशा में प्रक्रिया जारी है।
राज्यपाल की इस टिप्पणी के बाद राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है। भाजपा नेता राहुल सिन्हा ने तृणमूल कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह बांग्लादेशियों की भाषा का पक्ष ले रही है, न कि पश्चिम बंगाल में रहने वाले बांग्लाभाषियों का। उनके अनुसार, पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश दोनों जगह बांग्ला बोली जाती है, लेकिन दोनों में अंतर है। उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल इस एजेंडे के जरिए जनता को गुमराह कर रही है।
वहीं, तृणमूल कांग्रेस के नेता देबांग्शु भट्टाचार्य ने कहा कि इस मुद्दे पर राज्यपाल के बयान देने के बाद भाजपा नेताओं को सच बोलना चाहिए। उन्होंने तंज करते हुए पूछा कि जब उनके बांग्लाभाषी नेता दूसरे राज्यों में हमलों का शिकार होंगे, तब क्या वे कुछ बोलेंगे।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी हाल के दिनों में कोलकाता समेत राज्य के कई हिस्सों में रैलियां कर चुकी हैं, जिनमें भाजपा शासित राज्यों में रह रहे बांग्लाभाषी लोगों पर कथित हमलों के खिलाफ आवाज उठाई गई है।