नई दिल्ली, 13 दिसंबर। दो दशक पहले देश की संसद पर हुए आतंकी हमले के दौरान वीरगति को प्राप्त सुरक्षा कर्मचारियों को बुधवार को नमन किया गया। लोकतंत्र के सबसे बड़े मंदिर को आतंकवादियों ने 13 दिसंबर, 2001 को निशाना बनाया था। इस हमले में संसद भवन के गार्ड, दिल्ली पुलिस के जवान समेत कुल नौ सुरक्षा कर्मचारी शहीद हुए थे।

हुआ यूं था कि ठीक बाईस साल पहले 13 दिसंबर को एक सफेद एंबेसडर से संसद परिसर में घुसे पांच आतंकवादियों ने 45 मिनट में लोकतंत्र के सबसे बड़े मंदिर को गोलियों से छलनी करके पूरे हिंदुस्तान को झकझोर दिया था। आखिरकार कई घंटे चली मुठभेड़ में पांचों आतंकी मारे गए।

भाजपा ने दी भावपूर्ण श्रद्धांजलि

भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार सुबह अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर देश के इन जांबाज जवानों के शौर्य और बलिदान को याद करते हुए सचित्र पोस्ट अपलोड की है। गत दिवस के इस चित्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इन वीरों को सिर झुकाकर नमन करते दिख रहे हैं। भाजपा ने लिखा है-‘ लोकतंत्र के सबसे बड़े मंदिर की सुरक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले मां भारती के अमर सपूतों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि।’

आतंकवाद के खिलाफ देश दृढ़ता से एकजुट : खड़गे

कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने संसद भवन परिसर में 2001 में हुए हमले के जांबाज वीरों की शहादत पर उन्हें बुधवार को श्रद्धांजलि देने के बाद एक्स पर लिखा -हम उनके अदम्य साहस को नमन करते हैं और सदैव उनके ऋणी रहेंगे। हमारी संवेदनाएं उनके परिवारों के साथ हैं। भारत, आतंकवाद के खिलाफ दृढ़ता से एकजुट है।

कांग्रेस ने एक्स पर लिखा कि आज कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे व पार्टी की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी ने संसद हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। लोकतंत्र के मंदिर की रक्षा करते हुए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले इन शहीदों का देश सदैव ऋणी रहेगा।