नई दिल्ली, 04 अगस्त । वेयरहाउसिंग और लॉजिस्टिक्स कंपनी रेपोनो के शेयरों ने सोमवार को स्टॉक मार्केट में कमजोर शुरुआत करके अपने आईपीओ निवेशकों को निराश कर दिया। आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 96 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे। आज बीएसई के एसएमई प्लेटफॉर्म पर 6.26 प्रतिशत डिस्काउंट के साथ इसकी लिस्टिंग 89.99 रुपये के स्तर पर हुई। कमजोर लिस्टिंग के बाद बिकवाली के दबाव में ये शेयर थोड़ी ही देर में गिर कर 85.50 रुपये के लोअर सर्किट लेवल पर आ गए। हालांकि, कारोबार के आखिरी वक्त में हुई खरीदारी से ये शेयर लोअर सर्किट ब्रेक करके 87.40 रुपये के स्तर पर बंद हुआ। इस तरह पहले दिन के कारोबार में कंपनी के आईपीओ निवेशकों को 8.96 प्रतिशत का नुकसान हो गया।

रेपोनो का 26.68 करोड़ रुपये का आईपीओ 28 से 30 जुलाई के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से अच्छा रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 64.95 गुना सब्सक्राइब हो गया था। इनमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए रिजर्व पोर्शन 29.03 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसी तरह नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) के लिए रिजर्व पोर्शन में 107.34 गुना सब्सक्रिप्शन आया था। इसके अलावा रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 67.31 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 27,79,200 नए शेयर जारी किए गए हैं। आईपीओ के जरिये जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी फोर्कलिफ्ट, हैंड पैलेट ट्रॉली और रीच स्टैकर की खरीदारी करने, वेयरहाउस रैकिंग सिस्टम का सेटअप तैयार करने, वेयरहाउस मैनेजमेंट के लिए सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट करने, अपनी वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।

कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक पिछले वित्त वर्ष 2024-25 में इसका शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 23.21 प्रतिशत उछलकर 5.15 करोड़ और टोटल इनकम 51.11 प्रतिशत बढ़कर 51.59 करोड़ के स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी पर कर्ज भी बढ़ा और ये 3.54 करोड़ रुपये के स्तर से उछल कर 6.13 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया।