जलपाईगुड़ी, 04 अगस्त। जिले के मैनागुड़ी स्थित जलपेश मंदिर में तीस्ता नदी से जल लेने जाने वाले तीर्थयात्रियों से अतिरिक्त शुल्क वसूले जाने के आरोप लगे हैं। श्रावण मास के प्रत्येक सोमवार को जलपेश में हजारों श्रद्धालु भगवान शिव के मस्तक पर जल चढ़ाते हैं। श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। तीस्ता नदी में स्नान के बाद श्रद्धालु घड़ों में जल लेकर मंदिर जाते हैं, यही परंपरा है।

आरोप है कि जब तीर्थयात्री तीस्ता घाट पर स्नान करने और जल लेने जाते हैं, तो उनसे 30 रुपये वसूले जा रहे हैं। हालांकि, उन्हें जो रसीद दी जा रही है, उसमें कोई राशि नहीं होती है। रसीद पर मैनागुड़ी पंचायत समिति और बर्निश ग्राम पंचायत के नाम के साथ-साथ एक क्लब का नाम भी अंकित है। कोरी रसीद पर पैसे वसूलने पर स्वाभाविक रूप से सवाल उठने लगे हैं।

इस बारे में, मयनागुड़ी के बीडीओ प्रोसेनजीत कुंडू ने कहा कि तीस्ता घाट पर प्रकाश व्यवस्था, पार्किंग, सफ़ाई, खाने-पीने और नागरिक सुरक्षा की देखभाल के लिए जिन लोगों को टेंडर मिले हैं, उन्हें तीर्थयात्रियों से 10 रुपये वसूलना है। इसके अलावा, कई लोग तीस्ता घाट पर पूजा भी करते हैं। इसके लिए पुजारी, अगरबत्ती और मोमबत्तियों के लिए 10 रुपये और वसूले जा सकते हैं। यही कहा गया है। लेकिन किसी भी स्थिति में तीर्थयात्रियों से 30 रुपये नहीं वसूला जा सकता। मैं मामले की जांच कर रहा हूं। अगर कोई अतिरिक्त पैसा लिया गया, तो टेंडर पाने वालों पर जुर्माना लगाया जाएगा। इस बीच, रसीदों के ज़रिए जबरन पैसे वसूले जाने को लेकर तीर्थयात्रियों में भारी रोष है।