
भुवनेश्वर, 3 अगस्त । माओवादियों द्वारा शनिवार देर रात रेलवे पटरी उड़ाने के बाद सुंदरगढ़ जिले के के बलांग थाना क्षेत्र के बिमलगढ़ में टोपाडीह के पास रेंजड़ा में रविवार सुबह करीब 10 बजे नक्सलियों द्वारा लगायी गयी बारूदी सुरंग में विस्फोट से एक रेल कर्मचारी की मौत हो गयी, जबकि एक गंभीर रूप से घायल है। मृतक की पहचान बिसरा निवासी 37 वर्षीय ईटुवा ओराम के रूप में हुई है । वह भारतीय रेलवे में की-मैन के रुप में कार्यरत थे । इसके साथ साथ गंभीर रूप से घायल साथी बुधराम मुंडा का इलाज चल रहा है। घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहाैल है और रेल सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं। ईटवा ओराम का शव आरजीएच अस्पताल के मुर्दाघर में रखा गया है ।
ओडिशा-झारखंड सीमा पर एक अप्रत्याशित आईईडी विस्फोट में भारतीय रेल में कार्यरत की-मैन ईटुआ ओराम की मौत पर मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत कर्मचारी के परिवार के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करते हुए कठिन समय में उनके साथ खड़े रहने का भरोसा दिलाया। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में बताया गया कि ईटुआ ओराम की दुखद मृत्यु के मद्देनज़र मुख्यमंत्री राहत कोष से उनके परिजनों को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
इससे पहले शनिवार देर रात एक विध्वंसक घटना में संदिग्ध नक्सलियों ने ओडिशा-झारखंड सीमा पर रेलवे ट्रैक को विस्फोट कर उड़ा दिया था। यह घटना झारखंड के करमपाड़ा और ओडिशा के रेंजेडा स्टेशन के बीच सरंडा वन क्षेत्र में हुई, जिससे इस रूट पर ट्रेनों की आवाजाही ठप हो गई।
यह विस्फोट बिमलगढ़ रेलवे सेक्शन के अंतर्गत हुआ, जिससे रेलवे ट्रैक को भारी नुकसान पहुंचा। हालांकि, घटना के समय ट्रैक पर कोई ट्रेन नहीं थी, जिससे एक बड़ी दुर्घटना टल गई। यह इलाका घने जंगलों से घिरा हुआ है और माओवादियों की सक्रियता के लिए जाना जाता है।
घटना के बाद प्रभावित खंड पर रेल संचालन को तत्काल प्रभाव से रोक दिया गया है। उधर ओडिशा पुलिस, झारखंड पुलिस, सीआरपीएफ और झारखंड जैगुआर्स की संयुक्त टीमों ने सरंडा वन क्षेत्र में व्यापक सर्च और कॉम्बिंग ऑपरेशन शुरू कर दिया है। रेलवे ट्रैक पर अन्य संभावित विस्फोटकों की जांच के लिए बम निरोधक दस्तों को भी तैनात किया गया है।