
कोलकाता, 2 अगस्त। पश्चिम बंगाल में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने संगठन की मजबूती पर विशेष ध्यान देना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में पार्टी की राज्य इकाई ने बूथ और ज़िला स्तर पर संगठन की स्थिति का डिजिटल सर्वेक्षण कराने का निर्णय लिया है। यह सर्वे अगले दो महीनों में पूरा किया जाएगा।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, इस डिजिटल सर्वे का केंद्रबिंदु बूथ स्तर रहेगा। इसका मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि किसी बूथ समिति का सदस्य उसी बूथ का मतदाता भी हो। इसके लिए बूथ समिति के सदस्यों से उनके मतदाता पहचान पत्र (ईपीआईसी) की दोनों ओर की स्कैन कॉपी पार्टी के राज्य नेतृत्व द्वारा संचालित केंद्रीय सर्वर पर अपलोड करने को कहा गया है।
इस डिजिटल कवायद से पहले पार्टी ने एक भौतिक सर्वेक्षण भी कराया था, जिसमें राज्य भाजपा नेताओं की टीम ने विभिन्न ज़िलों में बूथ स्तर तक पहुंच कर संगठन की ज़मीनी स्थिति की समीक्षा की थी। अब डिजिटल सर्वेक्षण के ज़रिए उन कमियों की पहचान की जाएगी जो पहले चरण में संभवतः छूट गई थीं।
चार अगस्त को इस डिजिटल सर्वे से जुड़े कार्यकर्ताओं के लिए एक प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की जाएगी। इसके माध्यम से सर्वे के मानक और तकनीकी प्रक्रियाओं को स्पष्ट किया जाएगा।
राज्य समिति के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि इस बार विधानसभा चुनाव की तैयारियां पिछले वर्षों की तुलना में पहले ही शुरू कर दी गई हैं। पार्टी नेतृत्व का मानना है कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के मुकाबले एक मजबूत और सटीक संगठनात्मक ढांचा खड़ा किए बिना चुनावी सफलता संभव नहीं है। इसी को ध्यान में रखते हुए संगठन की कमजोर कड़ियों को समय रहते दुरुस्त करने पर जोर दिया जा रहा है।
डिजिटल सर्वे के दौरान डेटा की प्रमाणिकता की रैंडम जांच भी राज्य नेतृत्व द्वारा की जाएगी, ताकि किसी प्रकार की गड़बड़ी को समय रहते पकड़ा जा सके।