कोलकाता, 02 अगस्त। पश्चिम बंगाल सरकार ने शनिवार से ‘हमारा पारा हमारा समाधान’ नामक एक नये महत्वाकांक्षी अभ की शुरुआत की है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसे राज्य में सहभागी शासन को संस्थागत रूप देने की दिशा में एक अनोखा प्रयास बताया है। सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए मुख्यमंत्री ने लिखा कि इस योजना से बंगाल के लोगों को स्थानीय स्तर पर सरकार की सेवाएं सीधे पहुंचाने की दिशा में एक और कदम बढ़ाया गया है।

इस योजना के तहत शनिवार को राज्यभर में 632 शिविरों का आयोजन किया गया, जहां ‘द्वारे सरकार’ की सुविधाएं भी उपलब्ध रहीं। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत राज्य के हर बूथ में शिविर लगाए जाएंगे। राज्य में कुल 80 हजार से अधिक बूथ हैं, जिनमें से 27 हजार से अधिक शिविरों के आयोजन की योजना है। जिलों में तीन बूथ को मिलाकर एक शिविर बनाया जाएगा जबकि कोलकाता नगर क्षेत्र में दो बूथ को मिलाकर एक कैंप संचालित होगा।

मुख्यमंत्री के अनुसार, यह शिविर 60 दिनों तक चलेंगे। इसके बाद 30 दिनों तक प्रशासनिक मूल्यांकन किया जाएगा और फिर योजनाओं को ज़मीनी स्तर पर लागू किया जाएगा।

राज्य सरकार ने इस योजना के लिए प्रत्येक बूथ के लिए 10 लाख रुपये आवंटित करने का निर्णय लिया है। इस तरह कुल आठ हजार करोड़ रुपये से अधिक की राशि योजना के लिए निर्धारित की गई है।

शिविरों में लोगों की समस्याएं सीधे सुनी जाएंगी, जिनमें मुख्य रूप से सड़क रोशनी, स्थानीय सड़कों का विकास या मरम्मत, पेयजल की उपलब्धता, छोटे जलाशयों और तालाबों का नवीनीकरण, बाज़ारों की बुनियादी ढांचे में सुधार, प्राथमिक विद्यालयों की स्थिति में सुधार और सौंदर्यीकरण जैसी स्थानीय आवश्यकताएं शामिल हैं।

मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई है कि ‘हमारा पाड़ा हमारा समाधान’ कार्यक्रम बंगाल में प्रशासन और नागरिकों के बीच की दूरी को कम करेगा और समस्याओं का समाधान जमीनी स्तर पर सुनिश्चित करेगा।