पूर्वी सिंहभूम, 14 जुलाई ।  बागबेड़ा के हरहरगुट्टू में 11 जुलाई की देर रात गोली लगने से घायल आशीष कुमार भगत ने सोमवार तड़के दम तोड़ दिया। उसकी मौत के बाद इलाके में तनाव का माहौल है। पुलिस जांच में आपसी रंजिश की बात सामने आई है। घटना के बाद पुलिस ने कुछ युवकों को हिरासत में लिया है और उनके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी चल रही है।

बताया जा रहा है कि 9 जुलाई को ही आशीष को जान से मारने की धमकी दी गई थी। उसके दोस्तों के अनुसार, धमकी देने वालों में टेपर, छोटू और रंजन का नाम सामने आया था। कुछ दिनों पहले साई मंदिर के पास आशीष का इन युवकों से विवाद हुआ था, जिसमें मारपीट भी हुई थी। तब स्थानीय लोगों ने मामला सुलझा दिया था, लेकिन उसी विवाद को लेकर उसे गोली मारी गई।

घटना शुक्रवार देर रात बागबेड़ा थाना क्षेत्र के कीताडीह स्थित साई कॉम्प्लेक्स के समीप हुई थी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, रात के समय गोली चलने की आवाज सुनकर लोग घरों से बाहर निकल आए थे और पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई थी। सूचना मिलते ही बागबेड़ा पुलिस मौके पर पहुंची और घायल आशीष को इलाज के लिए टाटा मुख्य अस्पताल भेजा गया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई थी। अंततः सोमवार की सुबह उसकी मौत हो गई।

आशीष कुमार भगत दर्रा-खल्ली का व्यवसाय करता था। उसका घर हरहरगुट्टू पुलिया के पास लाल बिल्डिंग के समीप था। पुलिस ने घटनास्थल से कुछ अहम साक्ष्य जुटाए हैं और इलाके में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। उसके परिचितों का कहना है कि इस घटना को रंजन सिंह, बाबू सिंह उर्फ टेपर, राहुल यादव उर्फ छोटू, शुभम प्रसाद और सूरज दास ने अंजाम दिया और वारदात के बाद फरार हो गए। पुलिस सभी पहलुओं पर गंभीरता से जांच कर रही है और आरोपितों की तलाश जारी है।