चंडीगढ़, 09 जुलाई ।। प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने युवाओं को डंकी रूट से विदेशों में भेजने के मामले की जांच करते हुए बुधवार को पंजाब व हरियाणा में करीब एक दर्जन स्थानों पर छापे मारे। ईडी की टीमों ने आज सुबह से ही पंजाब के अमृतसर, संगरूर और पटियाला तथा हरियाणा के अंबाला और करनाल में जांच शुरू की, जो करीब आठ घंटे तक चलती रही।

यह कार्रवाई उन 17 एफआईआर के आधार पर हुई है, जिनमें डंकी रूट के जरिए विदेश भेजे गए लोगों की शिकायतें दर्ज थी। अमेरिका से डिपोर्ट किए गए अवैध प्रवासियों के बयान दर्ज करने पर इस रैकेट का खुलासा हुआ। डिपोर्ट किए गए लोगों ने बताया कि उन्होंने भारी रकम चुकाकर एजेंटों के जरिए यह जोखिम भरी यात्रा की थी। उनके बयानों के आधार पर कई दलालों और एजेंटों की पहचान हुई। ईडी की टीम ने मनी लॉन्ड्रिंग के तहत जांच शुरू की है और अब तक कई संदिग्ध एजेंटों को चिह्नित किया जा चुका है। छापेमारी के दौरान एजेंटों के ठिकानों से दस्तावेज, नकदी और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी जब्त किए गए हैं।

आज सुबह ही मोगा में भारतीय किसान यूनियन (तोतेवाला) के सूबा प्रधान सुख गिल तोतेवाला के निवास पर भी छापेमारी की गई। ईडी की टीम ने सुबह करीब साढ़े पांच बचे सुख गिल के घर पर तलाशी अभियान शुरू किया। सुख गिल ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट कर इस छापेमारी के बारे में जानकारी साझा की। वीडियो में उन्होंने दावा किया कि उनके खिलाफ साजिश रची जा रही है। उन्होंने कहा कि मेरे घर के हर कोने की तलाशी ली जा रही है, लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिलेगा। यह मेरे खिलाफ एक सुनियोजित साजिश है।